October 6, 2024

प्रस्तुति-सरिता सिंह

चाँद की वर्तनी

चाँद लिखने के लिए चा पर चन्द्र बिंदु लगाता हूँ
चाँद के ऊपर चाँद धरकर इस तरह
चाँद को दो बार लिखता हूँ
चाँद की एवज सिर्फ़ चन्द्र बिन्दु रख दूँ
तो काम नहीं चलता भाषा का
आधा शब्द में और आधा चित्र में
लिखना पड़ता है उसे हर बार
शब्द में लिखकर जिसे अमूर्त करता हूँ
चन्द्र बिंदु बनाकर उसी का चित्र बनाता हूँ

आसमान के सफे पर लिखा चाँद
प्रतिपदा से पूर्णिमा तक
हर दिन अपनी वर्तनी बदल लेता है
चन्द्र बिन्दु बनाकर पूरे पखवाड़े के यात्रा वृत्तांत का
सार संक्षेप बनाता हूँ

जहाँ लिखा होता है चाँद
उसे हमेशा दो बार पढ़ता हूँ
चाँद
चाँद!


एक आदिवासी लड़की की इच्छा
(एक बुंदेलखंडी लोकगीत को सुनकर)

लड़की की इच्छा है
छोटी-सी इच्छा
हाट इमलिया जाने की।

सौदा-सूत कुछ नहीं लेना
तनिक-सी इच्छा है– काजर की
बिन्दिया की।

सौदा-सूत कुछ नहीं लेना
तनिक-सी इच्छा है– तोड़े की
बिछिया की।

लड़की की इच्छा है
छोटी-सी इच्छा
हाट इमलिया जाने की।

सौदा-सूत कुछ नहीं लेना
तनिक-सी इच्छा है– सुग्गे की
फुग्गे की।

फुग्गा उड़ने वाला हो
सुग्गा ख़ूब बातूनी हो।

लड़की की इच्छा छोटी-सी।

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