उपेक्षा हुई तो राजेंद्र पांडेय लड़ सकते हैं सपा से चुनाव
न्यूज एक्शन । जिला भाजपा में टिकट के दावेदारों की लंबी सूची है ।खासकर कोरबा विधानसभा सीट पर तो एक अनार सौ बीमार की स्थिति है ।माना यह जा रहा है कि अगर टिकट वितरण में पार्टी के जमीनी कार्यकर्ताओं की उपेक्षा हुई तो पार्टी को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है । ऐसे में पार्टी के अंदरखाने से यह जानकारी मिल रही है कि जमीनी पकड़ रखने वाले भाजपा नेता एवं पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष सबसे पहले पार्टी को झटका दे सकते हैं ।सूत्रों की मानें तो अगर पार्टी किसी ऐसे व्यक्ति को टिकट देती है जो योग्य नहीं है तो पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष राजेंद्र पांडेय अपने समर्थकों के साथ भाजपा को बाय बाय कर समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़ सकते हैं । पार्टी के कई जमीनी कार्यकर्ताओं को यह नाराजगी रहती है कि पार्टी में रसूख वाले नेताओं को कमजोर जनाधार एवं निष्क्रियता के बाद भी तवज्जो दी जाती है ।ऐसे में माना जा रहा है कि टिकट वितरण में ऐसे रसूख वाले नेताओं को तवज्जो दी जाती है तो कई बड़े भाजपा नेता असंतुष्ट हो जाएंगे ।