October 5, 2024

युवा सोच पर होगा दारोमदार

न्यूज एक्शन। युवाओं को देश का भविष्य कहा जाता है। युवा अगर जागरूक हैं तो देश विकास की डगर पर सरपट दौड़ेगा। समय चुनाव का है। चुनाव में युवाओं की भागीदारी कुशल नेतृत्व चुनने में अहम मानी जाती है। इस बार भी युवा सोच इतिहास बदलने की ठान चुका है, ऐसी जनचर्चा होने लगी है।
परिवर्तन की बयार में युवा वर्ग निर्णायक भूमिका में कोरबा जिले में रहेगा। खासकर कोरबा शहर इसके लिए एक नया वर्ग तैयार हो रहा है। जो निर्णायक भूमिका में रहेगा। पहली बार युवा मतदाता मुखर नजर आ रहा है और बेडिय़ो को काटने के लिए तत्पर है। जनचर्चा में युवा मतदाता साफ तौर पर कहता है कि एक समय सीमा निर्धारित होनी चाहिए और उसके बाद अतिरिक्त समय नहीं देना चाहिए। युवा मतदाता की सोच कहीं न कहीं बदलाव की ओर ले जा रही है और उनकी सोच में यह भी मुखर हो रहा है कि युवा शक्ति ही बदलाव की परिचायक रही है। इस हिसाब से कोरबा विधानसभा क्षेत्र में युवा शक्ति का सही उपयोग हुआ तो और युवा मतदाता ने अपने मताधिकार का उपयोग सही तरीके से किया तो निश्चित रूप से इतिहास बदलेगा और एक युवा नेतृत्व कोरबा जिले में उभर कर सामने आएगा। बुजुर्गा नेतृत्व को लेकर युवाओं की सोच बदल रही है।
युवाओं का मानना है कि अब समय आ गया है कि युवाओं को राजनीति में आगे लाया जाए और उन्हें मौका देकर क्षेत्र के विकास एवं नवनिर्माण के लिए तैयार किया जाए। ताकि युवा शक्ति की पहचान बन सके। वैसे भी कहा गया है कि युवा शक्ति क्रांति लाने की क्षमता रखता है और जिस किसी के साथ युवा शक्ति है उसे कोई हरा नहीं सकता। कोरबा शहर में युवा शक्ति के रूप में दो प्रत्याशी मैदान में है। अब देखना है कि किसके पक्ष में युवा शक्ति एक जुट होती है और विजय माला पहनाती है। विकास का पर्र्याय सामने आता है या फिर सामाजिक सरोकार के नाम पर राजनीति के मैदान पर कदम रखने वाले नेताओं को तरजीह देती है। यह तो आने वाला समय बताएगा। लेकिन इतना जरूर है कि राज्य शासन के विकास का लाभ युवा तुर्क को मिल सकता है। अब जनता को तय करना है कि उन्हें युवाओं को चुनना है या फिर बुजुर्गों को।

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