शुरू हुई चुनावी लॉटरी, भाव 1 का 10
न्यूज एक्शन। विधानसभा चुनाव की डुगडुगी बजने के साथ ही राजनीतिक दलों ने मतदाताओं को रिझाने की कवायद शुरू कर दी है। मगर कुछ निर्दलीय व दल बदलू नेताओं ने इस चुनावी फिजा को कमाई का मौसम बना दिया है। चुनावी लॉटरी निकल पड़ी है। एक का दस का भाव चल रहा है। जिसमें नोटों की बारिश हो रही है। चुनाव की अधिसूचना जारी होने के साथ ही नामांकन खरीदी व जमा करने का दौर शुरू हो चुका है। बस यही प्रक्रिया चुनावी लॉटरी साबित हो रही है। ऐसे कई नेताओं ने निर्धारित दस हजार रुपए में नामांकन फार्म खरीद लिया है। नाम वापस करने व संबंधित प्रत्याशी को समर्थन देने इस दस हजार रुपए के बदले लाखों में सौदा हो रहा है। सूत्रों की मानें तो नाम वापस लेने पांच से दस लाख रुपए का भाव चल रहा है। ऐसे ही कुछ नेताओं ने नामांकन फार्म खरीदी को कमाई का जरिया बना रखा है। चर्चा तो इस बात की भी है कि एक उम्मीदवार ने तो पहले राजनीतिक दल से टिकट के लिए भारी जोर आजमाईश की। टिकट मिला और टिकट मिलते ही पाला बदल दिया। अब यह निर्दलीय नेता चुनाव से पहले किए गए खर्च की भरपाई करने में लग गया है। जानकार सूत्र बताते हैं कि 20 लाख रुपए का रेट तय है। मगर इस रेट पर नेता की दाल गलती नजर नहीं आ रही है। जिस तरह से चुनावी लॉटरी नेताओं की निकली है ठीक वैसे ही कुछ दल बदलू नेताओं का भी जैकपॉट लग गया है। दल बदलने की भरपूर प्रतिफल उन्हें मिला है। चर्चाओं पर यकीन करें तो एक निर्दलीय पार्षद ने दल बदलने के साथ ही अपनी धर्म पत्नी के लिए हीेरो के हार का सेट खरीदा है। इस चुनावी लॉटरी के दौर में किसका नंबर लग रहा है और किसका नंबर लगना बाकी है इसकी जनचर्चा जमकर हो रही है।
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