November 23, 2024

सरकारी अस्पताल में नसबंदी की फीस 2500 से 5000 रुपये!

0 बीएमओ ने किया संबंधित चिकित्सक को नोटिस जारी, 24 घंटे में मांगा जवाब
कोरबा।
एक ओर जहां सरकार जनसंख्या स्थिरीकरण के लिए नसबंदी को प्रोत्साहन दे रही है, तो दूसरी ओर सरकारी अस्पताल में महिलाओं की नसबंदी करने के एवज में उन्हें प्रोत्साहन राशि देने की बजाय उनसे ही रुपये लिए जाने का मामला सामने आया है। इस मामले में संज्ञान लेते हुए खंड चिकित्सा अधिकारी ने संबंधित चिकित्सक को नोटिस जारी कर 24 घंटे के भीतर जवाब प्रस्तुत करने कहा है।
जिले के अंतिम छोर पाली विकासखंड स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पाली में विभिन्न ग्रामों की महिलाएं मितानिन के माध्यम से नसबंदी करवाने पहुंची जिनका नसबंदी के एवज में रुपये लिए गए। पाली अस्पताल में जिला खनिज न्यास मद से पदस्थ चिकित्सक हेमंत पैकरा ने इनका नसबंदी किया। हितग्राहियों से पूछताछ की गयी तो उन्होंने एवं उनके परिजनों ने बताया कि वे मितानिन के माध्यम से नसबंदी करवाने पहुंची है और पैकरा डॉक्टर ने उनका नसबंदी किया है जिसके लिए मितानिन को 2500 रुपये से पांच हजार प्रति व्यक्ति के हिसाब से पैसा दिए हैं। बता दें कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पाली में जिला खनिज न्यास मद से पदस्थ डॉ. हेमंत पैकरा पर पहले भी पाली क्षेत्र की एक महिला के प्रसव हेतु 15 हजार रुपये लेने का आरोप लगा हुआ है। इस शिकायत की जांच अभी भी जारी है
0 पैसे लेन-देन की बात बताई हितग्राहियों एवं परिजन ने
स्वास्थ्य विभाग द्वारा मितानिनों को ग्रामीण स्वास्थ्य सेवक के रूप में साधारण उल्टी, दस्त, बुखार की दवाई एवं स्वास्थ्य संबंधी परामर्श खासकर महिलाओं से संबंधित समस्याओं के निदान (नसबंदी,प्रसव) के लिए गांवों में मानसेवी नियुक्ति दी है, किंतु अनेक स्वास्थ्य सेवक ही कई डॉक्टरों के एजेंट के तौर पर काम करते नजर आ रही हैं।
0 निजी अस्पताल भी पाली में संचालित
सरकारी अस्पताल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पाली में पदस्थ गायनेकोलाजिस्ट डॉ. हेमंत पैकरा का सरकारी अस्पताल के कुछ कदम के दूरी पर ही हेमंत हॉस्पिटल के नाम से निजी अस्पताल संचालित है। एक ओर सरकारी खजाने से डॉक्टर साहब को लाखों का वेतन दिया जाता है, वहीं दूसरी ओर डॉक्टर साहब ने सरकारी अस्पताल से अपने निजी अस्पताल में रेफर का खेल जारी रखा है। मरीजों ने बताया कि डॉक्टर साहब सरकारी अस्पताल से ज्यादा समय अपने निजी अस्पताल में सेवा देते नजर आते हैं। वहीं अपने निजी अस्पताल में इलाज के लिए आए मरीजों को आवागमन के लिए सरकारी वाहन 102, 108 डॉक्टर साहब अपने हिसाब से उपयोग करते हैं।
0 सारी दवाइयां अपने निजी मेडिकल स्टोर से
अस्पताल के ही एक कर्मचारी ने नाम नहीं बताने की शर्त पर बताया कि अस्पताल में डॉ. हेमंत पैकरा द्वारा प्रसव या नसबंदी या इलाज के लिए जो दवाइयां उपयोग में लाया जाता है (अस्पताल में उपलब्ध नहीं रहने पर) उसे सरकारी अस्पताल के ठीक सामने नूतन मेडिकल स्टोर के नाम से संचालित दुकान से ही खरीद कर लाने को कहा जाता है।

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