क्या इस बार युवा शक्ति के बूते चलेगी बदलाव की बयार
न्यूज एक्शन। चुनाव में प्रमुख राजनीतिक दल के अलावा विभिन्न संगठनों और समुदायों से निर्दलीय प्रत्याशी किस्मत आजमाते रहे हैं। कुछ निर्दलीय युवा वर्ग से नाता रखने वाले होते हैं जो विकास और बदलाव के मकसद से राजनीति के मैदान में उतरते हैं। मशहूर बालीवुड फिल्म नायक की तर्ज पर विकास का सपना देखने वाले युवा मतदाताओं को रिझा कर राजनीति में आने का सपना संजोते हैं। कोरबा में भी जनसंगठन के कर्ताधर्ता ने बदलाव की नीयत से चुनावी ताल ठोक दी है। जो राजनीतिक दलों को कड़ी टक्कर देने का माद्दा रखता है।
पहले शहर की बुनियादी समस्या सड़क के गड्ढ़े पाटने का काम किया। विद्युत की लचर व्यवस्था को सुधारने के लिए अधिकारियों से मिलकर ट्रांसफार्मर लगवाने का काम किया। इतना ही नहीं कोरबा सबसे प्रदूषित शहरों में गिना जाता है और यहां पर इससे निपटने के लिए कोई ढग़ का साधन नहीं है। उक्त युवा द्वारा लोगों को प्रदूषण मास्क उपलब्ध कराया गया। इसके अतिरिक्त स्वच्छता पर भी लोगों में जागरूकता लाने के लिए कार्य किया गया। युवा एक सोच लेकर कार्य कर रहा है और कोरबा शहर में बदलाव के लिए आगे आ चुका है। जनसंगठन के नाम से कार्य कर रहे युवाओं की फौज को रचनात्मक कार्यों की ओर मोडऩे का कार्य किया जा रहा है आज का युवा दिशाहीन हो रहा है और नशे की ओर बढ़ रहा है ऐसे युवाओं को जनसंगठन के कर्ता धर्ता ने रचनात्मक कार्यों में लगाकर उनकी मानसिकता को बदलने का कार्य किया है। निश्चित रूप से यह सराहनीय है लेकिन समाज सेवा के साथ राजनीति के मैदान में भी बदलाव की नियत लेकर उतरने को तैयार है। जो कहा जाता है कि शिक्षित और अच्छे लोग राजनीति में आते है तो उसकी महत्ता बढ़ जाती है। पेशे से इंजीनियर जनसंगठन के अगुवा अब उसी ध्येय को लेकर राजनीति को सेवा का माध्यम बनाना चाहते है एक युवा चिंगारी उभर रही है जो बदलाव के दौर में एक नया संकेत दे रही है।