November 22, 2024

व्यंग्य@अर्चना चतुर्वेदी

व्यंग्य
आओ खेलें चोरी चोरी
अर्चना चतुर्वेदी

जिस देश ने दुनिया को इत्ते बड़े बड़े साहित्यकार दिए प्रेमचंद ,शरतचंद्र .महादेवी वर्मा ……
उस देश में साहित्य और साहित्यकार की कोई इज्जत ही नहीं बताओ जे कोई बात हुई ?
हमारे यहाँ इंटरनेट आया तो इन्टरनेट के अपराध भी आये तो उनसे निपटने को शुरू शुरू हुआ साइबर सेल और साइबर ला | बाकी दीवानी,फौजदारी .महिलाआयोग जाने क्या क्या है पर हमारे साहित्य जगत में इत्ती खुले आम चोरियां हो रही हैं उनकी सुध लेने की किसी को फुर्सत नहीं | साहित्य में चोरियां तो सालों से हो रही है पर जब से ये ब्लॉग और फेसबुक आये हैं हर किसी को कवि और लेखक बनने का शौक चर्राया है अब अच्छा लिख नहीं सकते तो कोई बात नहीं |चोरी की रचनाओं से ही वाहवाही बटोर रहे हैं,इसलिए आजकल धडल्ले से चोरी और सीना जोरी हो रही हैं | आजकल के चोर तो इतने बिंदास हैं कि असली कवि के सामने उसकी कविता सीना ठोककर मंच पर सुनाते हैं,इस विषय में एक किस्सा मशहूर है एक बार गोपाल दास नीरज जी किसी कार्यक्रम में गए वहाँ एक युवा महिला ने अपनी कह कर एक कविता सुनाना शुरू किया नीरज जी उनके साथ साथ पूरी कविता बोलते गए बाद में उन मैडम ने नीरज जी से पूछा “सर आपको मेरी कविता कैसे याद थी मैंने देखा आपने पूरी कविता बोली”
नीरज जी बोले बेटा ये कविता तो मुझे तुम्हारे जन्म से पहले से याद है,अब उन मैडम की समझ में आ चुका था कि वो पकड़ी गयी हैं, वो वहाँ से तुरंत निकल गयीं ये किस्सा सुनाने का आशय सिर्फ इतना था कि जब लोग नीरज जी जैसे महान गीतकार ,कवि की रचना चुराने में गुरेज नहीं करते तो बाकीयों का क्या हाल होगा ? कुछ महान चोर तो आपकी कहानी या कविता चुरा कर अपने नाम से छपवा लेते हैं और आप पर ही चोरी का इल्जाम लगा डालते हैं कि फलाने लेखक/लेखिका ने मेरी रचना चुराकर अपने ब्लॉग पर लगा ली है |कई तो इतने फन्ने खां हैं कि विधा चुराने तक का इल्जाम लगाकर फेसबुक पर गाली गलौज शुरू कर डालते हैं | वैसे भी फेसबुक पर दो ही तरह के लोग ज्यादा सक्रिय हैं एक वो जो सडी कूड़ा कवितायेँ लिखते हैं जिन्हें चोरी का डर नहीं और दूसरे वो जो खुलेआम चोरी करते हैं | अब कोई भी इंसान या संपादक कैसे पता करे कि रचना चोरी की है सो भाई अपनी तो सरकार से यही मांग है कि एक साहित्य सेल शुरू करी जाये और साहित्य में चोरी के लिए कुछ कानून बनाये जाएँ जो कौन असली लेखक है और कौन चोर ये पता करने में मदद कर सकें |

Spread the word