एसईसीएल सराईपाली बुड़बुड़ कोयला खदान शुरू, प्रभावित ग्रामीणों से नहीं मिले सीएमडी, क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों से भी दूरी बनायी रखी
कोरबा 27 जनवरी। एस ई सी एल कोरबा अंतर्गत सराईपाली ओपन कास्ट परियोजना के तहत बुड़बुड़ स्थित कोयला खदान के मंगलवार को शुभारंभ में पहुँचे एस ई सी एल के सीएमडी ने खदान से प्रभावित ग्रामीणों से भेंट नहीं की। क्षुब्ध ग्रामीणों ने मांग पूरी नही होने तक खदान बंद की चेतावनी के साथ जम कर हंगामा किया। दूसरी ओर खदान शुभारंभ के कार्य से जनप्रतिनिधिगण एवं नेताओ से भी दूरी रखी गई।
एस ई सी एल कोरबा क्षेत्र की सराईपाली परियोजना के बुड़बुड़ स्थित ओपन कास्ट कोयला खदान के खनन कार्य का शुभारंभ 26 जनवरी के मौके पर सीएमडी अंबिका प्रसाद पंडा द्वारा किया गया।जहाँ मौके पर दर्जनों महिला- पुरुष ग्रामीणों द्वारा खान प्रबंधक कार्यालय के सामने जमकर विरोध दर्ज कराते हुए मांग पूरी नही होने तक कोयला खदान को बंद करने की चेतावनी भी दे डाली। ग्रामीणों का आरोप है किएसईसीएल के अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों को झूठा आश्वासन देकर खदान के अंदर उद्घाटन स्थल तक जाने से रोकते हुए सराईपाली परियोजना के अंतर्गत खान प्रबंधक कार्यालय के पास बैठा दिया गया था। जबकि प्रभावित ग्रामीण अपनी समस्याओं को लेकर सीएमडी से मिलने पहुँचे थे।किंतु एस ई सी एल के स्थानीय अधिकारियों द्वारा ग्रामीणों को धोखे में रखकर कार्यालय के पास यह बोलकर रोककर रखा गया था कि सीएमडी यही आप लोगों से मिलेंगे लेकिन एस ई सी एल के शुभारंभ करने के बाद सी एम डी को वाहन में बैठाकर तथा ग्रामीणों से ना मिलाते हुए सीधे निकाल लिया गया। इस बात से गुस्साए ग्रामीणों ने अपनी मांगों को सीएमडी तक नहीं पहुंचा पाने के कारण खदान के शुभारंभ के बाद ही खदान को बंद करने की चेतावनी दे डाली। ग्रामीणों का कथन है कि लगभग 100 भू विस्थापित ग्रामीणों को अभी तक नौकरी और मुआवजा सहित अन्य समस्याएं बनी हुई है जिसे लेकर ही ग्रामीण सीएमडी से मिलना चाह रहे थे लेकिन एसईसीएल के स्थानीय अधिकारियों ने चालाकी पूर्वक सी एम डी को ग्रामीणों से नहीं मिलने दिया जिससे ग्रामीण आक्रोशित हैं। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक हमारी पुनर्वास, मुआवजा, नौकरी सहित अन्य मांगे पूरी नहीं हो जाती तब तक खदान नहीं चालू होने देंगे।
जनप्रतिनिधियों से भी बनाई रखी दूरी
एसईसीएल सराईपाली परियोजना के तहत बुड़बुड़ कोल माइंस से कोयला खनन कार्य का सी एम डी के हाथों शुभारंभ कार्यक्रम में स्थानीय व जिले के किसी भी जन प्रतिनिधि को आमंत्रित नही किया गया था।आखिर ऐसी क्या बात रही होगी जो नेताओं एवं जनप्रतिनिधियों को इस कार्यक्रम से दूर रख एस ई सी एल के अधिकारियों द्वारा केवल विभागीय रूप से मिलकर कोयला खनन कार्य का शुभारंभ कर लिया गया।एस ई सी एल के स्थानीय अधिकारियों द्वारा किये गए इस घोर उपेक्षा की फिलहाल जमकर चर्चा हो रही है।