राजस्व मंत्री के गृह नगर में भू- माफिया बे-खौफ, शासकीय और वन विभाग की भूमि पर बेजा कब्जा कर अवैध प्लाटिंग और खरीदी बिक्री की मुख्यमंत्री से शिकायत
कोरबा 12 फरवरी। प्रदेश के राजस्व मंत्री के गृह नगर में भू- माफिया बे-खौफ होकर शासकीय जमीनों की ऑफर-तफरी कर रहे हैं। नगर निगम कोरबा के पोंडीबहार, खरमोरा, दादर और पंडित रविशंकर शुक्ल नगर के मध्य क्षेत्र में कुछ निजी भूमि के साथ वन विभाग और शासन की लगभग 50 एकड़ भूमि पर बेजा कब्जा एवं अवैध प्लाटिंग कर खरीदी बिक्री करने की शिकायत मुख्यमंत्री से की गई है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा सम्पूर्ण प्रदेश में अवैध प्लाटिंग करने वालों के विरुद्ध शासकीय अमलो एवं नगरीय निकायों को कड़ी कार्यवाही किये जाने हेतु निर्देशित किया गया है। लेकिन कोरबा में इस आदेश का पालन नहीं हो रहा है। जानकारी का अनुसार कोरबा विधानसभा क्षेत्र में नगर पालिक निगम कोरबा के क्षेत्रान्तर्गत निगम के अधिकारीगणों के द्वारा कतिपय नेताओं एवं भू-माफियो के साथ मिलकर लगभग 50 एकड़ भूमि पर सड़क निर्माण कर तथा बिजली पानी की सुविधा प्राप्त कर अवैध प्लाटिंग किया जा रहा है, जिसमे अनेको बहुमंजिला मकानों का निर्माण भी हो चुका है। अवैध प्लाटिंग में शासकीय एवं वन विभाग की भूमि पर भी कब्ज़ा कर लिया गया है। इस भूमि की कीमत करोड़ों रुपयों में आंकी जा रही है।
सूत्रों के अनुसार सेंट पेलोटी स्कूल पंडित रविशंकर शुक्ल नगर के पीछे की ओर से पोडीबहार और दादर जाने वाले मार्ग पर नगर पालिक निगम कोरबा के राजस्व अधिकारी श्री रघुराज सिंह के मकान के समीप भूस्वामी लोकेश्वेर सिंह, नितेश्वेर सिंह पिता स्व. खुमान सिंह, श्रीमती कपिल कुमार, कामेश्वेर सिंह, बलभद्र सिंह मिथलेश सिंह, दीपेश सिंह, श्रीमती विद्यासिंह, अशोक, जसवंत सिंह, वगैरह सभी जाति तवर की भूमि खसरा क्र. क्रमशः 274/1ट, 284, 286, 289, 223, 431/1, 616, 1059, 1060, 1090, 1109/2, 1110 कुल रकबा 6.976 हेक्टयर भूमि स्थित है तथा उसी के समीप घुरउ तथा उसके पुत्रो गोरेलाल वगैरह की भी भूमि स्थित है।
बताया जा रहा है कि लोकेश्वेर सिंह वगैरह तथा घुरउ तथा उसके पुत्रो की उक्त भूमि पर नगर पालिक निगम के पदाधिकारी एवं अधिकारियो तथा कतिपय नेताओं के द्वारा भू-माफ़ियाओ से साठ-गाठ कर एवं भागीदार बनकर उक्त भूमि एवं उससे संलग्न नगर पालिक निगम एवं शासकीय भूमि एवं वन विभाग की भूमि पर अवैध रूप से भू-खंड बनाकर बिक्री किया जा रहा है, जिसकी जानकारी उप पंजीयक कार्यालय कोरबा एवं राजस्व निरीक्षक कोरबा तथा पटवारी कोरबा से प्राप्त किया जा सकता है। राजस्व अधिकारियो एवं कर्मचारियों को उक्त अवैध प्लाटिंग की जानकारी होने के बाद भी नक्शा एवं चौहद्दी बना कर दिया जा रहा है तथा शासन को क्षति पहुचाई जा रही है। मौका जाँच किये जाने पर समस्त वस्तु स्थिति स्पष्ट हो सकती है।
जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ शासन के दिशा निर्देश के पश्चात भी सेंट पेलोटी स्कूल रविशंकर शुक्ल नगर के पीछे नगर पालिक निगम कोरबा के राजस्व अधिकारी श्री रघुराज सिंह के मकान के समीप अवैध प्लाटिंग किये जाने के सम्बन्ध में कालोनाईजर एक्ट के तहत अपराध दर्ज कर कठोर कार्यवाही किये जाने की मांग मुख्यमंत्री से की गई है। इस शिकायत की प्रतिलिपि जयसिंह अग्रवाल राजस्व मंत्री सहित शासन के वरिष्ठ अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को भी प्रेषित किये जाने की सूचना है।
यहां उल्लेखनीय है कि नगर के राताखार वार्ड में भी इसी प्रकार शासकीय भूमि की प्लाटिंग कर अवैध रूप से खरीदी बिक्री करने का मामला पिछले दिनों सामने आया था। इस मामले में राताखार के ही एक व्यक्ति ने छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट बिलासपुर में जनहित याचिका दायर की है जिस पर हाईकोर्ट ने शासन का जवाब तलब किया है। कोरबा नगर में बड़े पैमाने पर शासकीय भूमि की अफरा- तफरी के मामले लंबे समय से जन चर्चा में बने हुए हैं लेकिन कारआमद कार्यवाही नहीं होने के कारण भू माफिया और जमीन दलालों के हौसले बढ़े हुए हैं। कोरबा शहर में तो जमीन दलालों का एकतरफा राज ही चलता नजर आता है। उम्मीद की जा रही है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से शिकायत के बाद कोरबा के भू माफिया और जमीन दलालों के खिलाफ कार्रवाई हो सकेगी।