प्रदेश में कृषि प्रोडक्ट के लिए मॉडल बनेगा कोरबा का करतला ब्लॉक
कोरबा 12 फरवरी। नाबार्ड रायपुर के मुख्य महाप्रबंधक महेन्द्र सोरेन का कहना है कि प्रदेश में कृषि प्रोडक्ट के लिए करतला ब्लॉक मॉडल बनेगा। यहां के किसान मेहनती हैं। किसानों का समूह काजू, चिरौंजी के साथ ही धान के कई प्रोडक्ट बाजार तक पहुंचा रहे हैं। यह अपने आप में ही अनोखा है। नाबार्ड हर संभव सहयोग करने तैयार है। सोरेन गुरुवार को करतला ब्लॉक के नवापारा में जिले का पहला ऑटोमेटिक काजू प्रोसेसिंग यूनिट का उद्घाटन करने के बाद किसानों को संबोधित कर रहे थे। महामाया सहकारी समिति इसका संचालन करती है। किसानों का यह पहला समूह है, जिसने काजू प्रोसेसिंग यूनिट का संचालन कर रहा है। पहले यहां मेनुअल मशीन लगी थी।
नाबार्ड के सीजीएम सोरेन ने कहा कि बंजर जमीन को उपजाऊ बनाने से किसान आत्मनिर्भर बन रहे हैं। इससे बड़ा उदाहरण कहीं देखने को नहीं मिलेगा। प्रशासन के साथ समन्वय बनाकर शासन की योजनाओं का लाभ किसानों को उठाना चाहिए। आने वाले दिनों में प्रदेश भर के नाबार्ड डीडीएम व बैंकर्स यहां आकर काम देखें। इसका प्रयास भी किया जाएगा। कृषि विभाग के उप संचालक जेडी शुक्ला का कहना है कि डीएमएफ मद से काजू की आयल यूनिट की मंजूरी मिली है और भी योजनाओं का लाभ किसानों को मिले इसके लिए वे स्वयं ही योजनाएं बनाएं। भविष्य में मूंगफ ली तेल की प्रोसेसिंग यूनिट के लिए तैयार करेंगे। लीड बैंक मैनेजर संजीव वर्मा ने कहा कि किसान केसीसी का लाभ उठाएं। वे हर संभव सहयोग करने तैयार हैं। कार्यक्रम में डीजीएम पीके मिश्रा, डीडीएम संजीव प्रधान, विज्ञान सभा के राज्य सचिव डॉ.वाय के सोना, सूर्यकांत सौलखे, सरपंच सुशीला बाई, रमेश राठिया, अध्यक्ष लाखन सिंह समेत समिति के संचालन मंडल के सदस्य उपस्थित थे।
इंटरक्राप से एक से डेढ़ लाख तक कमा रहे किसानः-नाबार्ड बाड़ी योजना से जुड़े किसान इंटरक्राप में तरबूज, गेहूं, मूंगफ ली के साथ ही दलहन तिलहन की फ सल ले रहे हैं। सीजीएम सोरेन ने रामपुर के किसान से मुलाकात की। किसान ने तरबूज से डेढ़ लाख की कमाई की। सोरेन ने कहा कि किसान अपनी मेहनत से ही अपनी आय दोगुनी कर रहे हैं यह अच्छी बात है