भाजपा महिला मोर्चा मुंगेली की मातृ-शक्ति स्वाभिमान मार्च धरना आंदोलन सम्पन्न
मुंगेली 20 फरवरी। छत्तीसगढ़ में कानून व्यवस्था की स्थिति बद्दतर हो गई है। प्रदेश में बहन बेटियों पर लगातार हो रहे अत्याचार को रोकने में प्रदेश कांग्रेस सरकार पूर्ण रूप से विफल है। कांग्रेस सरकार में बहन बेटियों के साथ प्रत्येक नागरिक अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहा है। बलात्कार जैसे गंभीर मामलों पर कैबिनेट मंत्री इसे छोटा अपराध बताकर अपराधियों को संरक्षण दे रहे है। ये बाते प्रदेश भाजपा मंत्री श्रीमती अंजू सिंह राजपूत ने महिला मोर्चा द्वारा आयोजित मातृ शक्ति स्वाभिमान मार्च धरना आंदोलन के दौरान मुख्य वक्ता के रूप में कही। इस अवसर पर महामहिम राज्यपाल के नाम तहसीलदार अमित सिन्हा को ज्ञापन सौपा गया। कार्यक्रम में पूर्व मंत्री व विधायक पुन्नूलाल मोहले, जिला भाजपा अध्यक्ष शैलेष पाठक, पूर्व विधायक तोखन साहू, विक्रम मोहले एवं महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष श्रीमती वर्षा सिंह ठाकुर उपस्थित रही।
स्थानीय महाराणा प्रताप चौक में आयोजित प्रदेश की कांग्रेस सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए विधायक पुन्नूलाल मोहले ने कहा कि कांग्रेस के 2 वर्षों के शासनकाल में अपराध एवं अराजकता काफी बढ़ गई है। अपराधी बेखौफ होकर घटना को अंजाम दे रहे है। प्रदेश की जनता डरी सहमी हुई है। मुंगेली में पिछले दिनों हुए एक महिला के अपहरण मामले के अपराधियों को पुलिस पकड़ नही पायी है। हम प्रदेश सरकार से मांग करते है कि महिलाओं तथा अन्य लोगो के साथ घटित हो रहे अपराध पर अंकुश लगाकर अपराधियों को गिरफ्तार किया जावे। प्रदेश मंत्री अंजूसिंह राजपूत ने कहा कि छत्तीसगढ़ में जब से कांग्रेस सत्ता में आयी है तब से कानून व्यवस्था बदहाल होती जा रही है। प्रदेश की बहन बेटियों के विरूध्द नृशंस अपराधो में बेतहाशा वृध्दि हुई है। शांति का टापू कहलाने वाला अपना छत्तीसगढ़ देखते ही देखते अशांत और असुरक्षित हो गया है। राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले कोरबा जन जाति कि नाबालिक बच्ची से सामुहिक दुष्कर्म के साथ ही पिता और बहन सहित उसकी नृशन्स हत्या ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। ऐसा ही एक घृणित मामला जशपुर का आया है जहा अंचल की बेटी को 7 बार अलग-अलग लोगों के पास बेचा गया । पीड़ित युवती ने पुलिस द्वारा कार्यवाही नही किये जाने पर आत्मा हत्या कर ली। इस गंभीर मामले में भी पुलिस ने कुछ नही किया। कई मामलों में कांग्रेस नेताओं या उनके समर्थको की सीधी संलिप्तता सामने आ रही है। जिला महिला मोर्चा अध्यक्ष श्रीमती वर्षा सिंह ने कहा कि प्रदेश में गुण्डागर्दी, बलात्कार व लूट तथा अपहरण की घटनाओं पर कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार अंकुश नही लगा पा रही है। महिलाएं ना केवल हाट बाजार बल्कि अपने कार्य स्थल चाहे वह शासकीय हो या निजी दोनों ही जगह छींटाकशी व छेड़छाड़ की शिकार हो रही है। आदिवासी महिलाओं को वस्तु बनाकर खरीदी बिक्री की जा रही है। कांग्रेस सरकार इन मामलों को कितनी गंभीरता से लेती है इसका दुर्भाग्यजनक उदाहरण सामने आया जब शासन के कैबिनेट मंत्री शिव डहरिया ने इन घटनाओं को छोटा अपराध कहा था। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी ऐसे बयानों पर असहमति नही जताई। अन्य प्रदेशों में हो रही घटनाओं पर मुखर रहने वाले मुख्यमंत्री का अपने ही प्रदेश में रोज घटित हो रही इन तमाम घृणित घटनाओं पर उनका मौन वास्तव में निंदनीय है।
जिला पंचायत सदस्य श्रीमती शीलू साहू ने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार अपराधों पर चुप्पी साधे हुए अपराधियों को मौन संरक्षण दे रही है। धरमजयगढ़ में कांग्रेस नेता और पूर्व जनपद सदस्य, कोल माफिया अमृत तिर्की द्वारा किये दुष्कर्म की बात हो, सुकमा, रायगढ़, बलराम पुर आदि की नृशंस घटना हो। नर्रा, महासंमुद मे हुए वारदात की बात हो या अन्य हजारों मामले, कही भी शासन के किसी जिम्मेदार व्यक्ति के कान में जूं नही रेंगी। बलराम पुर की खबर देखकर तो रोंगटें खडे़ हो जायें। वहा के आंकडे़ के अनुसार 9 माह के भीतर 104 ऐसे केस सामने आये, जिनमें 79 तो केवल नाबालिगों के खिलाफ दुश्कर्म के थे। अधिकांश मामलों के रिर्पोट तक नही लिखे जा रहे है। पुलिस प्राथमिकी दर्ज करने में हिलाहवाला करती है। इसके बावजूद सरकार ने सदन में स्वीकार किया था कि 1 जनवरी 2019 से 31 जनवरी 2020 तक डकैती, लूट, हत्या, बलात्कार और अन्य अपराधों के 17009 मामले सामने आये थे। लगभग हर तीन घण्टे में अनाचार का मामला सामने आना वास्तव में भयावह है।
महामहिम राज्यपाल के नाम सौपे ज्ञापन में महिला मोर्चा ने मांग किया है कि कांग्रेस शासन में हुए तमाम संज्ञेय अपराधों पर श्वेत पत्र जारी करने का निर्देश शासन को दिया जावे। सभी जघन्य घटनाओं की जांच के लिए न्यायिक आयोंग का गठन हेतु आदेशित करे। जघन्य काण्ड के सभी दोषियों पर फास्ट ट्रैक अदालत में मुकदमा चले। पीड़ित परिवारों को समूचित मुआवजा और उनके परिवार को नौकरी तथा संरक्षण दिया जावे। प्राथमिकी दर्ज नही करने वाले पुलिस अधिकारी कर्मचारी को दण्डित किया जावे। धरना प्रदर्शन के दौरान पूर्व विधायक तोखन साहू, जिला भाजपा अध्यक्ष शैलेष पाठक, रजनी सोनवानी, दुर्गा साहू, ज्योति सिंह, रानू केशरवानी, सरस्वती सोनी, हेमा सोनी, माला गुप्ता, चंद्रकली पात्रे, विनिया सिंह आदि ने संबोधित किया।
कार्यक्रम संचालन अनिता साहू एवं वर्षासिंह ने किया। इस अवसर पर श्रीमती चंद्रकला दास वैष्णव, शशि वैष्णव, ,निशा सोनी, नगर पालिका अध्यक्ष संतुलाल सोनकर, उपाध्यक्ष मोहन मल्लाह, सरस्वती ठाकुर, लक्ष्मी ठाकुर, लीलावती साहू, बबली चन्द्राकर, अनिता साहू, मोना नागरे, प्रभा भास्कर, अनामिका श्रीवास, चन्द्रमुखी सिंह, शबाना जबीन, सविता कौशिक, रजनी यादव, पायल नायक सहित 9 मंडलों से आई महिलाएं उपस्थित थीं।