महाराष्ट्र में कोरोना का तांडव : इस साल माह फरवरी की अपेक्षा मार्च में 475 फीसदी ज्यादा मामले
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मुम्बई से नरेन्द्र मेहता
हो सकता हैं सख्त नियमों का एलान
मुम्बई 2 अप्रेल: आबादी के लिहाज से देश में दूसरा सबसे बड़ा राज्य महाराष्ट्र कोरोना के मामलों में पहले नंबर पर है।स्वास्थ्य विभाग के अनुसार कोविड-19 से अब तक 54,898 मरीजों की मौत हो चुकी है और अभी 3,66,533 मरीज उपचाराधीन हैं.यह संख्या देश में कोरोना के सक्रिय मामलों की 61% है। यानी कि देश में कोरोना के 61% सक्रिय मरीज अकेले
महाराष्ट्र में हैं. बावजूद इसके लोग कोविड नियमों का उल्लंघन करते देखे जा रहे हैं।राज्य के स्वास्थ्य विभाग की ताजा रिपोर्ट में बताया गया कि, महाराष्ट्र में अब तक 1,99,75,341 कोरोना टेस्ट किए जा चुके हैं।
मुंबई में इस साल मार्च में कोविड-19 के 88,710 मामले सामने आए हैं, जो कि फरवरी में सामने आए कुल मामलों से 475 फीसदी ज्यादा है. बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने यह जानकारी दी. इस साल शहर में फरवरी के महीने में 18,359 मामले सामने आए थे, वहीं जनवरी में यह आंकड़ा 16,328 था. इसका मतलब हुआ कि मार्च में मुंबई में पिछले महीने की तुलना में 70,351 ज्यादा मामले सामने आए. वहीं, जनवरी की तुलना में 72,382 ज्यादा मामले सामने आए.
आंकड़ों के अनुसार, मार्च में संक्रमण की वजह से यहां 216 लोगों की जान गई, जबकि फरवरी में 119 लोगों की मौत हुई थी. फरवरी की तुलना में मार्च का आंकड़ा 181 फीसदी ज्यादा है. जनवरी में संक्रमण से 237 लोगों की मौत हुई थी. शहर में 31 मार्च तक संक्रमितों की संख्या बढ़कर 4,14,714 हो गई थी, जबकि मृतकों की संख्या 11,686 तक पहुंच गई थी.
बीएमसी के आंकड़ों के अनुसार, 31 मार्च को यहां 51,411 मरीजों का उपचार चल रहा था, जबकि फरवरी के अंत में सिर्फ 9,715 मरीजों का उपचार हो रहा था. मुंबई में संक्रमण के मामले बढ़ने के साथ ही मार्च के अंत में स्वस्थ होने की दर घटकर 85 फीसदी रह गई थी, जबकि फरवरी के अंत में यह 93 प्रतिशत था.
बीच मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने कहा है कि मुंबई में लॉकडाउन लगेगा या नहीं इस पर जल्द फैसला लिया जाएगा.उन्होंने इस बात की ओर इशारा की सख्त नियमो का आज एलान हो सकता हैं.