कोरोना: 1 मरीज से आस-पास के 80% लोग हो रहे संक्रमित, खतरनाक है नया स्ट्रेन

■ महामारी से धबराये नहीं, सावधनी जरूर बरते
नईदिल्ली 17 अप्रैल: देश में तेजी से कोरोना महामारी फैलाने के पीछे SARS-Cov-2 स्ट्रेन को जिम्मेदार माना जा रहा है. यह स्ट्रेन अब पहले के मुकाबले कहीं ज्यादा लोगों को अपनी चपेट में लेता जा रहा है. अगर आपको सांस लेने में कठिनाई आ रही हो तो इसका मतलब है कि आप कोविड की गिरफ्त में हैं.
विशेषज्ञ चिकित्सकों का कहना है कि कोरोना महामारी फैलाने वाले SARS-Cov-2 के दुनियाभर में कई वेरियंट पाए जा रहे हैं. इनमें यूके, दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील वाले वेरियंट ज्यादा तबाही मचा रहे हैं. दिल्ली में यूके और दक्षिण अफ्रीकी वेरियंट के मरीज ही पाए गए हैं. पंजाब में भी ज्यादातर केस यूके वेरियंट के ही हैं
चिकित्सकों का कहना है कि पहले एक कोरोना मरीज अपने संपर्क में आने वाले 30 से 40 प्रतिशत लोगों को संक्रमित कर पाता था. वहीं अब यह आंकड़ा 80 से 90 प्रतिशत तक पहुंच गया है. यानी, पहले किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने के बावजूद 100 में से 60-70 व्यक्ति संक्रमित नहीं होते थे, लेकिन अब तो मुश्किल से 10-20 लोग ही बच पाते हैं. कई-कई घरों में तो पूरे का पूरा परिवार ही संक्रमित हो गया है.
कोरोना के तेजी से फैलने के पीछे सबसे बड़ी वजह मास्क नहीं पहनना, दो गज दूरी का पालन नहीं करना, वक्त-वक्त पर हाथ नहीं धोना जैसी लापरवाही हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना की पहली लहर में लोग बचाव के उपाय अपना रहे थे लेकिन अब लोग ज्यादा लापरवाह हो गए हैं. वे संक्रमण से बचने को लेकर बहुत सतर्क नहीं हैं.
*घबराये नहीं, सावधानी बरतें*
कोरोना वायरस की दूसरी लहर बेहद खतरनाक है। इससे होने वाले संक्रमित तो परेशान हैं ही, वे डॉक्टर भी लाचार हैं जो पिछले साल फरिश्ता बनकर लोगों की जान बचा रहे थे। देशभर के शहर केअस्पतालों में अफरा-तफरी का माहौल है। हर तरफ लोग परेशान हैं। हालांकि इस महामारी से घबराने की आवश्यकता नहीं है, सावधानी बरतें। अपने को संक्रमण से बचाने के लिए कुछ सावधानियों का पालन जरूर करें।
*काढ़ा से इम्युनिटी बढ़ाएं* सबसे अच्छा तरीका है कि आप चाय नहीं बल्कि दिन भर में दो से तीन बार काढ़ा पिएं। काढ़ा घर में ही आसानी से बन जाता है। कई शोध में दावा किया गया है कि काढ़ा पीने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यून पावर में मजबूती आती है।
*नींबू डालकर गुनगुना पानी पिएं*
नींबू डालकर गुनगुना पानी पीने से पाचन शक्ति मजबूत होती है। अगर पाचन शक्ति मजबूत रहती है तो आपको वायरस अपनी चपेट में नही ले पायेगा। दिन भर में दो बार ऐसा जरूर करें.
*हाथ धोने की आदत डालें* कोरोना वायरस सांस के जरिये शरीर मे प्रवेश करता है तो हाथ से कुछ खाते समय भी कीटाणु भीतर पहुंचते हैं। इसलिये हाथ को साबुन से धोने की आदत डालें। जितनी बार बाहर से घर आएं, यह जुछ भी खाने से पहले हाथ धोएं। यही आदत बच्चों में भी डालें।
*बुजुर्गों और बच्चों से करें सकारात्मक बातें*
इन दिनों जब हर तरफ कोरोना वायरस से मच रही तबाही की बात हो रही है तो बुजुर्गों व बच्चों में घबराहट हो रही है। डॉक्टरो का कहना हैं कि कोई नकारात्मक बातें बिल्कुल न करें। घर में बातें सकारात्मक ही हों। बच्चों को बताएं कि वह साफ सुथरे कैसे रहें, घर से बाहर न निकलें। बाहर की खुली हुई चीजें ज्यादा न खाएं। डॉक्टरों का यह भी कहना है कि जो लोग सुगर, बीपी, डाइबिटीज, थायराइड से पीड़ित हैं वे दवाएं नियमित रूप से व समय पर खाते रहें।
*कोरोना के इन लक्षणों को नजरअंदाज न करें*
यदि कभी आपके मुंह का स्वाद बदल गया हो. खाने-पीने की चीजों की सुगंध आनी बंद हो गई हो. शरीर का तापमान 99-103 डिग्री सेल्सियस चल रहा हो, पीठ या छाती पर गर्माहट लगे तो इन संकेतों को नजरअंदाज न करें. इसका मतलब ये है कि आप कोरोना संक्रमित हो चुके हैं या पहले इस दौर से गुजर चुके हैं और अच्छी इम्युनिटी की वजह से बच गए.