कोरोना पीड़ितों को निःशुल्क ऑटो एम्बुलेंस सेवा, पहले कटा चालान, फिर जारी हुआ विशेष पास
■ धारा 188 के तहत कार्रवाई, बाद में केस हटाया गया और पुलिस ने जारी किया उसे विशेष पास
भोपाल 2 मई: राजधानी भोपाल में कोरोना पीड़ितों को निःशुल्क अपनी ऑटो एम्बुलेंस से सेवा देने वाले जावेद खान पर शनिवार को पुलिस कार्रवाई की गाज गिरी.पुलिस चेकिंग के दौरान धारा 144 का उल्लंघन करने पर जावेद के खिलाफ धारा 188 के तहत कार्रवाई की गई.लेकिन बाद में पुलिस को जावेद के सेवा कार्य की जब वास्तविकता का पता चलने पर प्रकरण न केवल खारिज कर दिया गया बल्कि ऑटो चालक जावेद को सेवा कार्य के लिए एक विशेष पास जारी किया गया जिससे उसे किसी तरह की परेशानी न हो.पुलिस कार्रवाई की सोशल मीडिया में भी जमकर चर्चा रही और पुलिस को यह एहसास हुआ कि जावेद कुछ गलत नहीं कर रहा हैं.लेकिन उसके पास प्रतिबंध के दौरान कोई विशेष पास नहीं था की वह अपनी ऑटो की सेवा दे सके.
दरअसल जब सोशल मीडिया और न्यूज चैनल में देखा कि एम्बुलेंस की कमी के कारण लोगो को अस्पतालों में कैसे लाया जा रहा हैं तो एक ऑटो चालक का मन पसीज गया और उसने ठान लिया कि अपनी ऑटो को एम्बुलेंस बनाकर कोरोना के तांडव के बीच जररूत मन्दो की सेवा करेगा। जी हां भोपाल शहर के ऑटो चालक जावेद खान की सेवाभावी सोच और उसके जज्बे को सलाम हैं. क्योंकि उन समाजसेवी संस्थाओं के सदस्यों का कहीं अतापता नही हैं जो कोरोना काल से पहले किसी अस्पताल में जाकर मरीजो या वृद्धा आश्रम में जाकर वृद्ध जनों को एक दो दर्जन केला या सेव देते हुये फोटो बड़े शान से खिंचवा कर मिडिया में प्रकाशित करवाते रहे.दरअसल जावेद खान जिस आटो को दिन भर चला कर अपना और अपने परिवार का पेट भर रहा था उसी ऑटो को उसने एंबुलेंस में तब्दील कर दिया है और मरीजों को मुफ्त में अस्पतालों में ले जाता है.जावेद खान ने कहा एंबुलेंस और ऑक्सीजन की कमी से लोग अपने मरीजों को अस्पताल लेकर नहीं जा पा रहे हैं। इसलिए मैंने अपने ऑटो को ऑक्सीजन से लैस एंबुलेंस में तब्दील कर दिया मैं दिन भर में कई मरीजों को अस्पताल ले जाता हूं। जावेद इस काम के लिए किसी से कोई रुपया नहीं लेता, वो लोगों की फ्री सेवा दे रहा है.
जावेद ने इस नेक काम के लिए अपनी पत्नी के गहने बेच दिए .अपने ऑटो में आक्सीजन की व्यवस्था के लिए ऑक्सीजन केंद्र के बाहर लाइन में खड़ा रहा और एक सिलिंडर भराकर अपने ऑटो में रख दिया अब जिस मरीज को आवश्यकता होती है उसे ऑटो में ले जाकर अस्पताल पहुंचा रहा हैं. उसने पिछले 15 दिनों में नौ गंभीर मरीजों को अस्पताल ले जाकर एडमिट करवा हैं। जावेद खान की इस सर्विस के बारे में जाने और मजबूर लोग उनसे संपर्क कर सके इसलिए जावेद ने अपना मोबाइल नंबर सोशल मीडिया पर शेयर किया है।