November 22, 2024

सैप्टिंग टैंक में सफाई करने उतरे 6 मजदूर जहरीली गैस की चपेट में आकर बेहोश, वृद्ध की मौत

कोरबा 18 अगस्त। बाड़ी में बने सैप्टिंग टैंक में लगे सेटरिंग खोलने के दौरान सफाई करने उतरा मजदूर जहरीली गैस की चपेट में आकर बेहोश हो गया। इसके बाद एक-एक कर 5 अन्य लोग टैंक में उतर गए। सभी बेहोश हो गए। ग्रामीणों ने टैंक के एक हिस्से को तोड़ा। जिससे जहरीला गैस वहां से निकला। इसके बाद अंदर बेहोश सभी लोगों को बाहर निकाला गया। जिसमें 65 वर्षीय एक वृद्ध की मौत हो गई। अन्य 5 लोगों को बेहोशी की हालत में भर्ती कराया गया।

घटना लेमरू थाना क्षेत्र के कुटूरूवा गांव में हुई, जहां जोसेफ तिग्गा निवासरत है। वे शिक्षा विभाग में गुरुजी हैं। जोसेफ तिग्गा ने अपने घर की बाड़ी में डेढ़ माह पहले टॉयलेट के लिए सेप्टिक टैंक का निर्माण कराया। मंगलवार को सेप्टिक टैंक में लगे सेटरिंग को खोलने के लिए मिस्त्री बलराम और मजदूर अजीत पाल पहुंचे थे। दोपहर करीब 11 बजे सेटरिंग खोलने के बाद जोसेफ तिग्गा ने मजदूर-मिस्त्री को टैंक के अंदर जमा हुए कचरे को निकालकर सफाई करने के लिए कहा। टैंक में पहले मजदूर उतरा, जो सफाई करते हुए बेहोश हो गया। आवाज देने पर भी कोई जवाब नहीं मिला तो मिस्त्री उसके पीछे गया, जो अंदर में बेहोश हो गया। उन्हें निकालने के लिए बाद में जोसेफ तिग्गा समेत दो अन्य लोग घुसे तो वे भी बेहोश हो गए। अंतिम में गांव का 65 वर्षीय वृद्ध छंदू किस्पोट्टा उन्हें बचाने के लिए उतरा। वह भी बेहोश हो गया। इस समय तक ग्रामीणों की भीड़ वहां लग चुकी थी। अंदर में जहरीली गैस होने का पता चलने पर ग्रामीणों ने सेप्टिक टैंक के दूसरे हिस्से की ओर तोड़ा, जिससे वहां से जहरीली गैस बाहर निकली।

टैंक में घुसकर अंदर बेहोश पड़े सभी 6 लोगों को बाहर निकाला गया। इसमें वृद्ध छंदू किस्पोट्टा की मौत हो चुकी थी। घटना की सूचना मिलने पर लेमरू पुलिस की टीम के अलावा नायब तहसीलदार डीआर ध्रुव, बीएमओ डॉ. दीपक राज समेत अन्य अधिकारी पहुंचे, जहां से बेहोश 5 लोग को लेमरू अस्पताल में दाखिल कराया गया, जहां इनका इलाज चल रहा है। कुटूरूवा गांव में जिस सेप्टिक टैंक में जहरीली गैस की चपेट में आकर 1 ग्रामीण की मौत हुई और 5 लोग बेहोश हो गए, वहां नायब तहसीलदार ध्रुव समेत बीएमओ डॉ. राज समेत अन्य अधिकारी-कर्मचारी पहुंचे। घटनास्थल का निरीक्षण करते हुए पंचनामा कार्रवाई की गई। साथ ही ग्रामीणों से घटना के संबंध में जानकारी लेकर बयान दर्ज किया गया।

बीएमओ कोरबा डॉ. दीपक राज के मुताबिक सेप्टिक टंकी में जहरीली गैस बनने के कारण अंदर घुसे 6 लोगों में1 व्यक्ति की मौत हो गई। जबकि 5 अन्य बेहोश हो गए थे। जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया। सेप्टिक टंकी नया बनाया गया है जिसका उपयोग शुरू नहीं हुआ है। टैंक के अंदर कचरा और पानी जमने की वजह से जहरीली गैस बनी होगी, जिससे हादसा हुआ है।

Spread the word