कोयला उत्खनन के बाद सीधे उपभोक्ता तक पहुंचाने की हो प्राथमिकताः प्रमोद अग्रवाल
कोरबा 19 अगस्त। कोल इंडिया के चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल ने जमीनी स्तर पर कार्यरत अधिकारियों से सीधे चर्चा करते हुए उत्पादन बढ़ाने के लिए फस्ट माइन कनेक्टिविटी पर जोर दिया। उन्होने कहा कि कोयला उत्खनन के बाद सीधे उपभोक्ता तक पहुंचे, यह पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने निचले क्रम के अधिकारियों से सीधे उत्पादन व डिस्पैच बढ़ाए जाने से संबंध में पूछा।
अपने प्रवास के दूसरे दिन कोल इंडिया चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल ने सभी खदानों के स्टाफ आफिसरए विभाग प्रमुख के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने प्रत्येक अधिकारियों से उनके विचार सुने। जमीनी स्तर पर कार्य करने वाले इन अधिकारियों से जानना चाहा कि आखिर उत्पादन व डिस्पैच में कहां दिक्कत आ रही है और उसे कैसे दूर किया जाए। सभी अधिकारियों ने अपने. अपने ढंग से विचार करते हुए कई सुझाव दिए। चेयरमैन की खास नजर मेगा परियोजना गेवराए दीपका व कुसमुंडा पर टिकी रही। बाद में उन्होने अधिकारियों को संबोधित करते हुए एसईसीएल की नौ परियोजना में फस्टमाइन कनेक्टिविटी पर काम चल रहा है और इसके लिए कंपनी चार हजार करोड़ का निवेश कर रही है। जो कोल इंडिया के किसी अन्य कंपनी से सबसे ज्यादा है। सन 2023-24 तक यह कार्य पूरा हो जाएगा। इसके तहत जहां से कोयला उत्खनन होगाए सीधे वहीं से उपभोक्ता तक पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि गेवरा, दीपका व कुसमुंडा में सीएचपी का काफी पूरा हो चुका है और साइलो के माध्यम से खदान से कोयला निकल कर मालगाड़ी के रैक में लोड हो रहा है। बैठक के उपरांत चेयरमैन अग्रवाल बिलासपुर होते हुए रायपुर लौट गए। बैठक में सीएमडी एपी पंडा, निदेशक तकनीक आपरेशन एमके प्रसाद, योजना. परियोजना एसके पाल, चेयरमैन के सलाहकार एमके सिंह, महाप्रबंधक गेवरा एसके मोहंती, दीपका रंजन पी शाह, कुसमुंडा आरपी सिह समेत अन्य विभागाध्यक्ष प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।