8 सितंबर को काली पट्टी बांधकर नई शिक्षा नीति का किया जाएगा पुतला दहन
कोरबा 2 सितम्बर। साक्षरता मिशन कार्यक्रम के अंतर्गत 10 वर्षों से प्रेरक अल्प मानदेय मात्र 2,000 रुपए में कार्य करने वाले प्रेरकों को 31 मार्च 2018 को बेरोजगार कर दिया गया था। कांग्रेस की घोषणा पत्र एवं टी एस सिंहदेव बाबा द्वारा लिखित आश्वासन दिया गया की सरकार बनने के बाद नियमित रोजगार के लिए अन्य किसी भी विभाग में समायोजन किया जाएगा किंतु 3 वर्ष बीत जाने के पश्चात भी केवल आश्वासन दिया जा रहा है।
साक्षरता मिशन में प्रेरक काम के लिए साक्षरता की नई नवभारत साक्षरता मिशन केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा संचालित किया जा रहा है जिसमें प्रेरको को बाहर कर दिया है इसलिए प्रेरक 8 सितंबर को अंतरराष्ट्रीय साक्षरता दिवस को काला दिवस मनाने और नई शिक्षा नीति का पुतला दहन करने के लिए मजबूर है जिले के प्रेरको के बेरोजगारी को देखते हुए धरना,पुतला दहन,रैली कर प्रधानमन्त्री,मुख्यमन्त्री, टीएस सिंह के नाम से कलेक्टर को ज्ञापन देंगे।