पश्चिम बंगाल के भवानीपुर में ममता की टक्कर भाजपा की प्रियंका से
कोलकाता 10 सितम्बर. पश्चिम बंगाल के भवानीपुर विधानसभा सीट पर चुनाव होना है. यहां पर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मैदान में हैं. कांग्रेस ने तो टीएमसी को वाक ओव्हर दे दिया है, लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने शुक्रवार को अपने उम्मीदवार का ऐलान किया. भाजपा की ओर से प्रियंका टिबरेवाल को ममता बनर्जी के खिलाफ उतारा गया है.भवानीपुर में 30 सितंबर को मतदान होना है, ऐसे में भारतीय जनता पार्टी आसानी से ममता बनर्जी को जीत नहीं देना चाहती है. बीजेपी ने इसलिए महिला उम्मीदवार को यहां उतारा है और अपने कई बड़े नेताओं को चुनावी क्षेत्र की ज़िम्मेदारी भी दी है.
बीजेपी उम्मीदवार प्रियंका टिबरेवाल?
भवानीपुर से भारतीय जनता पार्टी (BJP) की उम्मीदवार 41 वर्षीय प्रियंका टिबरेवाल हैं, जो पेशे से वकील हैं. प्रियंका सुप्रीम कोर्ट और कलकत्ता हाईकोर्ट में वकालत करती हैं. भारतीय जनता पार्टी में वह युवा मोर्चा की उपाध्यक्ष हैं.प्रियंका टिबरेवाल ने साल 2014 भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन की. प्रियंका बीजेपी सांसद बाबुल सुप्रियो की लीगल एडवाइज़र थीं और उन्होंने ही प्रियंका को पार्टी ज्वाइन करवाई.
हिंसा मामले में दायर की थी याचिका
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान और उसके बाद हुई हिंसा को लेकर भाजपा ने बंगाल में काफी बवाल किया था. कलकत्ता हाईकोर्ट में जब भारतीय जनता पार्टी की ओर से बंगाल हिंसा का मुद्दा उठाया गया, तब प्रियंका टिबरेवाल ही उसमें याचिकाकर्ता थीं. इसी याचिका के बाद कोर्ट ने बंगाल पुलिस को हिंसा से जुड़े मामलों में केस दर्ज करने का आदेश दिया था.
प्रियंका टिबरेवाल की याचिका पर ही हाईकोर्ट की ओर से बीजेपी नेता अभिजीत सरकार का दोबारा पोस्टमॉर्टम करने का आदेश दिया गया था, जिनकी हिंसा के दौरान हत्या हो गई थी.
गुरुवार को ही प्रियंका टिबरेवाल ने आजतक से बात की थी और कहा था कि वह पिछले 8-9 साल से लोगों को न्याय दिलाने का काम कर रही हैं. चुनाव में हार-जीत कोई बड़ी बात नहीं है. मैंने मुख्यमंत्री को पहले ही हाईकोर्ट में मात दे दी है. जब सीएम कोई हिंसा ना होने का दावा कर रही थीं, तब कोर्ट ने उसपर एक्शन लिया था.
इसी साल हुए विधानसभा चुनाव में प्रियंका टिबरेवाल ने इंताली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन टीएमसी के उम्मीदवार से करीब 58 हजार वोटों से हार गई थीं. बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी इस बार के चुनाव में नंदीग्राम से चुनाव हार चुकी हैं, ऐसे में वो वापस भवानीपुर आई हैं.