शिक्षक मुकुंद को आइकन अवार्ड से किया सम्मानित
कोरबा 11 सितंबर। आमापाली के शिक्षक मुकुंद केशव उपाध्याय को डा यादवेंद्र नाथ मेमोरियल ट्रस्ट एवं उदघोष समूह की ओर से टीचर आइकान अवार्ड से सम्मानित किया गया है। उदघोष-शिक्षा का नया सवेरा के तत्वावधान में राष्ट्रीय स्तर पर समर्पित शिक्षकों के लिए निःशुल्क आन लाइन वर्चुअल संवाद कार्यक्रम रखा गया था। इस कार्यक्रम में शिक्षा के क्षेत्र में नवाचारी गतिविधियों पर विचार साझा किए गए व टीचर्स आइकन अवार्ड की घोषणा की गई।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि रहीं पूर्व उप निदेशकए एससीईआरटी डा पुष्पा रानी वर्मा ने कहा कि सभी शिक्षकों में नवाचार की संभावनाएं मौजूद होती हैं। पर औसत शिक्षक यह मानकर चलता है कि उसका काम पाठ्यक्रम पढ़ा देना और बच्चों को परीक्षा के लिए तैयार करना है। बच्चे की उत्सुकता का विकास शिक्षक न अपनी जिम्मेदारी समझता है, न स्कूल में ऐसी परिस्थितियां हैं, जिनमें वह इस जिम्मेदारी को निभा सकें। उन्होंने कहा कि फिर भी कुछ शिक्षक ऐसे हैं, जिन्होंने प्रयोग, शोध और क्रियात्मक अनुसंधान पर आधारित नवाचारों से शैक्षिक स्तर को रूपांतरित ही नहीं किया बल्कि शैक्षिक चिंतन से कर्म का चरित्र बदलने की कोशिश की है। असंगठिक कामगार सुरक्षा बोर्ड के सदस्य नितिन शर्मा ने कहा कि कोविड काल मे शिक्षकों ने भी अविस्मरणीय भूमिका अदा की। महर्षि वेदव्यास वैदिक वर्चुअल विश्वविद्यालय, गुजरात के सीईओ डा चक्रधर फ्रैंड ने कहा कि नवाचार के लिए बच्चों की भाषा का पक्ष अत्यंत महत्वपूर्ण है, इसके लिए अनेकानेक प्रयोग हुए हैं क्योंकि बच्चा भाषा के जरिए अपनी बात प्रकट करता है, दूसरों की बात समझता है, तथा संवाद करता है। ऐसे विद्यार्थियों की संख्या बहुत है, जो सरल भाषा नहीं लिख पाते। यह एक गंभीर समस्या है। इस कमी को दूर करने के लिए कई नवाचार किए जा सकते हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता मनोज लाकडा ने की।