July 7, 2024

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने नियमितीकरण की मांग को लेकर किया धरना प्रदर्शन

नियमितीकरण सहित आठ सूत्रीय मांगों को लेकर छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ के तत्वावधान में आंगनबाड़ी में पदस्थ महिलाओं ने घंटाघर ओपन थियेटर के निकट धरना प्रदर्शन किया। हल्लाबोल एक दिवसीय प्रदर्शन में जिले के सभी विकासखंड से एक हजार से भी अधिक महिलाएं शामिल हुई। सुबह 11 से दोपहर तीन बजे तक चले प्रदर्शन में महिलाओं ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन तहसीलदार को सौंपा।

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने अपने अधिकार की लड़ाई के लिए श्रृंखलाबद्ध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। इस कड़ी में जिला स्तरीय धरना प्रदर्शन घंटाघर ओपन थियेटर में किया। इसके पहले 13 अक्टूबर को विकासखंड स्तर पर प्रदर्शन किया गया। संगठन की महिलाओं ने राज्य स्तरीय पदाधिकारियों की दिशा निर्देशन में राज्य उत्सव के अवसर पर ही प्रदर्शन का निर्णय लिया था। छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ की जिला अध्यक्ष वीणा साहू ने बताया कि अपनी वास्तविक मांगों को लेकर हम लोग पिछले 15 साल से संघर्ष कर रहे हैं। वर्तमान राज्य सरकार ने चुनाव के समय कहा था कि कार्यकर्ताओं को नियमित कर उनका वेतन भी बढ़ाया जाएगा लेकिन ऐसा नहीं किया। साहू ने बताया कि हमारे पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश में कार्यकर्ताओं को 12 हजार 500 वेतन दिया जा रहा है वहीं छत्तीसगढ़ में छह हजार 500 दिया जा रहा है। वर्तमान में यह वेतन बहुत कम है। अध्यक्ष ने बताया कि प्रदेश के साथ केंद्र सरकार ने भी महिलाओं के साथ सहयोगात्मक रूख नहीं अपनाया है। कोरोना काल में आंगनबाड़ी की कार्यकर्ताओं ने जान पर खेल कर नियमित कर्मचारियों की तरह ड्यूटी दी हैए इसके बाद भी वे नियमितीकरण से दूर हैं। शिक्षाकर्मियों के आठ साल के भी नियमित कर दिया गया लेकिन आंगनबाड़ी की कार्यकर्ता और सहायिका की मांग 15 साल बाद भी पूरा नहीं किया गया है। एक दिवसीय हड़ताल के चलते जिले की सभी आंगनबाड़ी केंद्रों के पट बंद रहे। प्रदर्शन के संबंध में अध्यक्ष साहू ने बताया कि दीपावली के पहले शासन नियमितीकरण पर निर्णय नहीं लिया तो 13 नवंबर को संभाग स्तर पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा। महिलाओं ने रैली भी निकालने की भी तैयारी कर ली थी। इसके पहले ही तसहीलदार सुरेश साहू ने स्थल पहुंचकर ज्ञापन ले लिया।

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