हमारी सोच सफलता में खुद की प्रशंसा और असफलता निष्फलता में दूसरों को या भगवान पर दोष: जैन मुनि श्री पंथक

उन्होंने आगे कहा बस यह एक सब की मानसिकता होती है आर्थर एस नाम का एक नवयुवक अमरीकन अश्वेत था जो कि 1982 में टेनिस वर्ल्ड चैंपियन था । जिनको 1984 में हार्ट सर्जरी करते समय तब उन्हें जो ब्लड दिया गया वह संक्रमित था । जिसके कारण उन्हें एड्स नामक जानलेवा बीमारी से ग्रसित हो गया। जब वह बात पूरे विश्व में फैल गई तो उनके प्रशंसकों द्वारा पत्र के माध्यम से अपनी भावना व्यक्त करते हुए सहानुभूति दिखाई कि ऐसी जानलेवा बीमारी के लिए भगवान ने केवल आपको ही क्यों चुना ।

