July 7, 2024

उरगा थाना पुलिस पर रिश्वत के लिए प्रताड़ित करने का आरोप

एस आई लाइन अटैच, एस पी ने दिया जांच का आदेश

कोरबा 21 नवम्बर। जिले के उरगा थाना पुलिस पर रिश्वत के लिए अनुसूचित जनजाति के एक शिक्षक को प्रताड़ित करने का सनसनीखेज आरोप सामने आया है। जिला पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने मामले की जांच का आदेश दिया है।

उरगा थाना के सरगबुंदिया गांव के शिक्षक उत्तरा कुमार टण्डन ने रविवार को पत्रकार वार्ता ली, जिसमें उन्होंने उरगा थाना के नगर निरीक्षक विजय चेलक और उप निरीक्षक आर. एल. डहरिया पर रिश्वत के लिए प्रताड़ित करने का आरोप लगाया।

उत्तरा कुमार टंडन पिता स्व. श्री आनंद राम टंडन उम 56 साल ग्राम सरगबुंदिया, थाना उरगा, विकासखंड करतला, जिला कोरबा निवासीउच्च वर्ग शिक्षक शासकीय माध्यमिक शाला नोनदरहा विकासखंड करतला ने पुलिस अधीक्षक कोरबा से मामले की लिखित शिकायत की है। उन्होंने शिकायत में लिखा है कि- मेरी पुत्री विभा टंडन की शादी 16 फरवरी 2019 को संपन्न हुई। 16 फरवरी को बारात आगमन के पूर्व शाम लगभग 4:00 बजे घर के बाहर युवा वर्ग एवं रिश्तेदार डांस कर रहे थे जिसमें, विकास अग्रवाल नाम का युवक डांस करते- करते अपने सीने में हाथ रखते हुए गिर गया। यह घटना घर के बाहर डांस फ्लोर पर हुई थी जिसे सभी रिश्तेदारों एवं उपस्थित लोगों ने देखा था। तत्काल पी. एस. सी. हेड डॉ. सोनी को बुलाया गया जिन्होंने डायल112 से जिला अस्पताल रिफर किया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। घटना का वीडियो वायरल हुआ था तथा समाचार पत्रों में छपा था।

शिकायत में आगे लिखा गया है कि- कई माह पश्चात उरगा थाना के तात्कालिक एस. आई. श्री राजेश तिवारी ने घटना के प्रति संज्ञान लेकर विवेचना किया था। मेरा, पुत्र वैभव टंडन के साथ 8 लोगों का बयान दर्ज किया गया था। हमें किसी प्रकार से परेशान नहीं किया गया था।

उन्होंने आगे लिखा है कि- घटना के पौने 2 वर्ष पश्चात के उरगा थाना के एस. आई. श्री आर. एल. डहरिया के द्वारा पुनः जांच एवं पूछताछ हेतु 21-10-2021 दिन गुरुवार को शाम 5:00 बजे बुलाया गया। मुझे मेरे पुत्र वैभव भारती सहित अन्य 8 लोगों को बुलाकर 4 घंटे तक बैठा कर रखा गया तथा सभी के आरोपी बनाए जाने की बात कहते रहे। मुझे कहा गया कि तुम्हारे बेटे पर 302 का केस बनता है। वह जेल जाएगा। तुम कोर्ट कचहरी के चक्कर में बर्बाद हो जाओगे। अगले दिन 22-10-2021 को 4 घंटे बैठाने के पश्चात शाम 3:30 बजे मुझे और राजेश रात्रे को थाने के पीछे ले जाकर मेरे पुत्र वैभव को आरोपी नहीं बनाने के एवज में पैसे की मांग की और कहा गया कि गुरुजी तुम कुछ करो, नहीं तो बर्बाद हो जाओगे। एक डेढ़ लाख रुपए से बात नहीं बनेगी। इसी तरह दिनांक 25 अक्टूबर एवं 26 अक्टूबर को लगातार 2 दिन तक बुलाकर बिना किसी पूछताछ के चार चार घंटों तक बिठाया गया और कहते रहे कि मैं आपको बार-बार हिंट कर रहा हूं लेकिन तुम समझ नहीं रहे हो कुछ करो तभी बनेगा।दिनांक 15 नवंबर 2021 दिन सोमवार को बड़े साहब ने बुलाया है कह कर मुझे और मेरे पुत्र वैभव टंडन के साथ जितेंद्र मसीह और राजू यादव को बुलाया गया। वैभव टंडन एवं जितेंद्र मसीह उर्फ पप्पू को रिमांड में लेने की बात कहते रहे 3 घंटे (12:00 से 3:00 तक) आरोपी के बेंच में बिठाने के पश्चात छोड़ दिया गया। दिनांक 16-11-2021 दिन मंगलवार को प्रातः 10:00 बजे पुनः बुलाया गया और 302 धारा में रिमांड में लेने की बात कहते रहे। दोपहर 12:15 बजे मुझे थाने के पीछे ले जाकर वैभव टंडन को आरोपी नहीं बनाने की एवज में ₹400000 की मांग की गई एवं एस. आई. डहरिया एवं उसका सहायक साथ में थे। मैं डिप्रेशन में चला गया मेरी मानसिक हालत खराब होते देख मुझे और दोनों बच्चों को छोड़ दिया गया। उसके सहायक ने शाम को घर आने की बात कही लेकिन नहीं आया। दिनांक 17-11-2021 दिन बुधवार को प्रातः 9:00 बजे एस. आई. डहरिया का सहायक अपने एक साथी के साथ मेरे घर आया और ₹200000 रुपए की मांग करने की बातें कहते रहे। वीडियो फोटो में सहायक का फोटो दिखाई दे रहा है तथा बातचीत का पूरा विवरण वॉइस रिकॉर्ड में उपलब्ध है।

इसी प्रकार पूरे 1 माह से मैं और मेरा परिवार डिप्रेशन के कारण अत्यधिक भयभीत है। प्रार्थी ने शिकायत में लिखा है कि- 1. मेरे शासकीय सेवा में बाधा उत्पन्न हो रहा है तथा मेरे पुत्र की पढाई एवं व्यापार में बाधा उत्त्पन्न हो रही है।2. मेरी पत्नी घुटनों की मरीज है जो ज्यादा चल फिर नहीं पाती वह डिप्रेशन में चली गई है। 3. जुलाई 2021 को मेरे पुत्र की शादी हुई है तथा बहु 3 माह से प्रेग्नेंट है। वह भी अत्यधिक डिप्रेशन में चली गई है, जिसके कारण हमारे घर का सारा संतुलन बिगड़ चुका है। अतः श्रीमान से करबद्ध निवेदन है कि मुझे इस प्रकार की यातना से मुक्त करावे।

शिकायत की प्रतिलिपि जिला कलेक्टर कोरबा और पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर को भी दी गई है। साथ ही डांस करते घटित घटना का वीडियो, पैसे का लेन देन करने आए सहायक का वीडियो फोटो एवं ₹200000 की मांग का पूरा ऑडियो रिकॉर्डिंग भी संलग्न किये गए हैं।

पुलिस अधीक्षक ने दिया जाँच का आदेश

दूसरी ओर उरगा थाना में पदस्थ उप निरीक्षक आर एल डहरिया पर पैसा मांगने का आरोप की जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने जाँच का आदेश दिया है। जाँच प्रभावित न हो इसके लिए उसे लाइन अटैच कर दिया गया है। नगर पुलिस अधीक्षक योगेश कुमार साहू को जाँच अधिकारी बनाया गया है। याद रहे कि उत्तरा कुमार टण्डन द्वारा प्रेस क्लब में मीडिया के माध्यम से आरोप लगाया गया है कि उसे करीब 2 वर्ष पुरानी घटना में रिमांड पर भेजने की धमकी देकर 2 लाख रुपए की मांग कर प्रताड़ित किया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक कोरबा भोजराम पटेल को सोशल मीडिया के माध्यम से उक्त मामले की जानकारी होने पर तत्काल संज्ञान लेते हुए नगर पुलिस अधीक्षक कोरबा योगेश साहू को जांच की जिम्मेदारी सौंपी है। मामले से सम्बंधित सभी पहलुओं पर विस्तृत जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने हेतु निर्देशित किया गया है। जाँच में पाए गए तथ्यों के अनुसार कार्यवाही की जाएगी। साथ ही उप निरीक्षक आर एल डहरिया को तत्काल प्रभाव से रक्षित केंद्र कोरबा सम्बद्ध कर दिया गया है।

शिकायत की मूल प्रति निम्न है-

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