खाद्य मंत्री भगत को तत्काल बर्खास्त किया जाए – मो. न्याज नूर आरबी
भूपेश बघेल अब यह न कह दें कि मोदी जी ने तिरपाल नहीं दिया इसलिए धान भीग गया
मुख्यमंत्री को हम जगाते रहे वे नींद में यूपी के ख्वाब देखते रहे अब बहानेबाजी दिखा रहे हैं
बेमौसम बारिश तो एक बहाना है सरकार का निकम्मापन असल वजह है
किसानों से भीगा धान खरीदें या कीमत के बराबर मुआवजा दें
कोरबा। मो. न्याज नूर आरबी, जिला सह संयोजक भाजपा सहकारिता प्रकोष्ठ, कोरबा ने बरसात में किसानों का बिना बिका और खरीदा जा चुका अरबों रुपए का धान बर्बाद हो जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि जब भाजपा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को धान की सुरक्षा के लिए जगा रहीं थी तब भी नींद में उत्तर प्रदेश में सरकार बनाने के सपने देख रहे थे। अपने राज्य के किसान और उसके धान को भगवान भरोसे छोड़कर यूपी में मगन हो चुके भूपेश बघेल अब धान की बर्बादी का दोष मौसम पर डालकर अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे हैं।
बकौल श्री आरबी ने कहा है कि बे मौसम बरसात तो एक बहाना है धान की बर्बादी की असल वजह भूपेश बघेल और उनकी सरकार का निकम्मापन, टालमटोल, झूठ और बहानेबाजी ही है। भूपेश बघेल फुल कॉन्फिडेंस के साथ झूठ बोलने में माहिर है।
युवा नेता ने कहा है कि जब भारी नुकसान हो गया तब मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि नुकसान का त्वरित आकलन करने के निर्देश दिए हैं। वह किसानों और गरीबों को बताएं कि अब तक क्या कर रहे थे जो एहतियात के कदम नहीं उठाए गए जबकि भाजपा लगातार चेता रही थी कि धान खरीदी 1 नवंबर से ही करें। यदि समय पर धान खरीदी शुरू हो जाती तो ना किसान के पास रखा धान भीगता और ना खरीदी केंद्रों में लापरवाही के कारण खुला पड़ा धान बर्बाद होता। भूपेश बघेल की हठधर्मिता और हद दर्जे की झूठिली राजनीति ने न केवल किसान की किस्मत पर पानी फेर दिया, बल्कि राष्ट्रीय धन की बर्बादी का घोर अपराध भी किया है। खाद्य मंत्री अमरजीत भगत की तत्काल बर्खास्तगी की मांग करते हुए सहकारिता प्रकोष्ठ के जिला सहसंयोजक ने कहा कि वे विधानसभा में तो बड़ी-बड़ी बात करते हैं लेकिन इंतजाम क्या है? यह उन्होंने 1-2 धान खरीदी केंद्रों में मुंह दिखाई के दौरान खुद देख लिया कि धान बर्बादी में भूपेश बघेल के बराबर के हिस्सेदार वे ही है। धान बचाने तिरपाल खरीदने पैसे नहीं है और कर्मचारियों को 6 महीने से पगार नहीं मिली है तो इसके लिए विभागीय मंत्री अमरजीत भगत सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं।
श्री आरबी ने कहा कि जब नुकसान हो जाता है तब श्री बघेल को होश आता है। वह अब अपनी नाकामी का ठीकरा बेमौसम बरसात पर फोड़ रहे हैं, जब मौसम विभाग ने चेतावनी दे दी थी तब वे किस कारण से बेहोश थे? भाजपा खुले में पड़े धान की सुरक्षा सुनिश्चित करने की बात कह रही थी तब वह कान में रुई ठूंस कर बैठे हुए थे।
मो. न्याज नूर आरबी ने कटाक्ष करते हुए कहा है कि कहीं अब मुख्यमंत्री श्री बघेल यह ना कह दे कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने तिरपाल नहीं दिया इसलिए छत्तीसगढ़ का धान बिक गया। उन्होंने कहा कि अपनी गलती पर पर्दा डालना और दूसरों को दोष देना मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पुरानी आदत है इसे छत्तीसगढ़ की जनता 3 साल से प्रति दिन देख रही है।
श्री आरबी ने कहा है कि भूपेश बघेल त्वरित आकलन का राग अलापने की बजाय किसानों का भीगा धान खरीदे या फिर उसकी कीमत के अनुसार मुआवजा दें। इस बरसात में गरीबों के जो घर बर्बाद हुए हैं उन्हें भी मुआवजा देने में वैसे ही दरियादिली दिखाएं, जैसे अपनी दीदी को खुश करने के लिए यूपी में दिखा रहे हैं