45 प्रभावितों को एक सप्ताह के भीतर रोजगार का आश्वासन, ग्रामीणों ने कहा-मांगे पूरी नहीं हुई तो फिर से करेंगे आंदोलन
कोरबा 31 जनवरी। एनटीपीसी रेलवे लाइन से प्रभावित भू-विस्थापितों की मांगों को लेकर त्रिपक्षीय वार्ता पंचायत भवन रेंकी में हुई। जिसमें एनटीपीसी के अधिकारी, हरदीबाजार तहसीलदार, चौकी प्रभारी हरदीबाजार व एनटीपीसी के ठेकेदार और ऊर्जाधानी भूविस्थापित संगठन के पदाधिकारी, क्षेत्र के जनपद सदस्य व समस्त ग्रामवासियों के समक्ष प्रभावितों के रोजगार की मांग पर 45 प्रभावितों के आवेदन जमा कराए गए और अधिकारियों ने कहां कि 1 हफ्ते के भीतर निरीक्षण कर रोजगार की व्यवस्था की जाएगी। प्रभावितों ने ये भी मांग रखी कि जितने भी ग्राम प्रभावित हुए हैं इन ग्रामों में संपूर्ण विकास कार्यों व महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए कदम उठाएं जाए।
दो दिन पहले एनटीपीसी रेलवे लाइन से प्रभावित भू-विस्थापितों ने एनटीपीसी सीपत प्लांट के लिए बिछाए गए रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया था। इस ट्रैक से मालगाड़ियों का परिवहन 8 घंटे तक बाधित रहा था। आंदालेन के बीच देर शाम एनटीपीसी के अधिकारियों ने पहुंचकर वार्ता का लिखित आश्वासन दिया था। जिसके बाद आंदालेन खत्म किया गया था। जिसके तहत ग्राम पंचायत रेंकी भवन में बैठ कर ग्रामीणों की मांगो को लेकर चर्चा की गई।
ऊर्जाधानी संगठन के पदाधिकारी मनीराम भारती, रविन्द्र जगत,अर्जुन वस्त्रकार, अजय यादव, रेंकी पंचायत के पूर्व सरपंच धरम नेताम, क्षेत्र के जनपद सदस्य मुकेश जायसवाल ने बताया कि अधिग्रहण से पूर्व में सारी सुविधाएं प्रभावित भूविस्थापितों की देने का प्रस्ताव दिया गया था। लेकिन उसे पूरा नहीं किया गया है। अब रोजगार, सीएसआर मद से ग्रामों की विकास कार्यों में भागीदारी व महिला स्व सहायता समूह समिति के लिए रोजगार से जोड़ा जाएगा। बैठक में अफसरों ने अश्वस्त किया है कि प्रभावित भूविस्थापितों की अगर सप्ताह भर के भीतर पूरी नहीं की होगी तो आंदालेन किया जाएगा।