जैविक खेती कर सुगंधित धान से किसानों के जीवन में बिखरी खुशबू
कोरबा 7 फरवरी। छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी चल रही है, पर 14 गांव के 1,500 किसान सरकारी खरीदी के मोहताज नहीं हैं। पांच समूहों में शामिल इन किसानों ने जैविक खेती कर सुगंधित धान की फसल ली है। धान बेचने की जगह किसानों का समूह अपनी ही लगाई मिल से चावल तैयार कर रहा है।
राज्य सरकार परंपरागत धान की जगह अन्य फसलों को बढ़ावा देने हर संभव कोशिश कर रही पर धान के रकबे में कमी नहीं आ रही, इस बीच कोरबा जिले में धान की फसल में ही ऐसी पहल की गई हैए जिससे किसानों के लिए नई राह खुल गई है। कृषि विभाग ने यहां के किसानों का अलग-अलग समूह तैयार कर अधिक दाम में बिकने वाले धान की प्रजाति की जैविक खेती के लिए प्रेरित किया। अमलीभौना, जल्के, भलपहरी, बरपाली, पोड़ी आदि गांव में करीब 3000 एकड़ में किसानों ने सामूहिक खेती की मिशाल कायम कर चीनी,शक्कर, रामजीरा, लोहंदी, विष्णुभोग जैसे महंगे प्रजाति के धान की फसल लिए हैं। अकेले तानाखार गांव के 150 किसान मानगुरू जैविक खेती समूह तैयार कर 300 एकड़ में सुगंधित धान की फसल लिया है। समूह के सचिव रामलाल कंवर ने बताया कि आसपास के किसान एक साथ मिलकर पहले धान के उत्कृष्ठ किस्मों की खेती की योजना बनाई। खुद से उन्होने जैविक खाद व कीटनाशक दवा तैयार किया। प्रशासन ने सब्सिडी में मिनी राइस मिल भी स्थापित करके दिया है। इससे तैयार चावल की पैकिंग भी समूह खुद कर रही। धान खरीदी केंद्र में उन्हे मोटा धान 19.40 और पतला धान का 19.60 रुपये किलो की मिलता था। जबकि अब सुगंधित चावल का 70 से 80 रूपये प्रति किलो मिलेगा।
कृषि विभाग सहायक उप संचालक एके शुक्ल ने बताया कि जैविक खेती को बढ़ावा देने किसानों को प्रशिक्षण दिया गया। इसका सुखद परिणाम भी सामने आ रहा। जैविक खेती करने वाले किसानों का पंजीयन पृथक रूप से किया गया है। इसके तहत इन किसानों को शहर में अलग से बाजार उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही ट्रेडिंग कंपनियों से संपर्क कर सुगंधित चावल की खपत में प्रशानिक सहयोग दिया जाएगा। इससे अन्य किसान भी जैविक खेती की ओर आकर्षित होंगे।
जिले में किसानों द्वारा उत्पादित जैविक सुगंधित चावल की महक राजधानी रायपुर तक पहुंच रही है। रायपुर में तीन से छह फरवरी तक आयोजित राज्य स्तरीय गोठान मेला में मानगुरू समूह के किसानों ने जैविक चावल के प्रचार-प्रसार एवं बिक्री के लिए स्टाल लगाया। जैविक रूप से उगाए सुगंधित चावल की काफी मांग आ रही है। ख्याति होने से लोगों ने सुगंधित चावल को हाथों-हाथ खरीदी की। उच्च गुणवत्तायुक्त सुगंधित चावल आकर्षक पैकिंग के साथ मेले में प्रदर्शित किया गया है। सुगंधित और जैविक खाद से तैयार होने के कारण उत्पाद को अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है।