तीन दल में बटे हाथी, अमले की बढ़ी परेशानी
कोरबा 3 मार्च। कटघोरा वन परिक्षेत्र के पसान जंगल में विचरण कर रहे 45 हाथियों का दल अब तीन टुकडिय़ों में बंट गया है। गांवों के आसपास लगी फसलें चार और गुंजा के पेड़ों में फल लगने के साथ नए पत्ते तैयार होने से दल एक जगह से दूसरी जगह बदलने लगे हैं। रेंज में कुल 18 कर्मचारी हैं अलग-अलग दल में हाथियों के बंट जाने की वजह से निगरानी करना मुश्किल हो रहा। समय पर सूचना नहीं मिलने ग्रामणों में जान-माल का भय बना है।
हाथियों के दल ने अब कटघोरा वन मंडल को अपना स्थाई ठिकाना बना लिया है। नौ वन परिक्षेत्र में बंटे इस वन मंडल पसान हाथियों के लिए उपययुक्त रहवास स्थल हैं। यहा पिछले ढाई साल हाथी विचरण कर रहे हैं। एक ही स्थान में रहने वाले हाथी अब तीन टुकडिय़ों में बंट गए हैं। पहला दल अभी पसान के जलके बीट में हैं। इस दल 13 हाथी हैं। दूसरा दल जटगा के कोलपतरा और तीसरा एतमानगर रेंज गया हैं। दूसरे और तीसर क्रमशरू 14 और 18 की संख्या में भ्रमण कर रहे है।