November 7, 2024

भूविस्थापितों ने रोजगार के लिए खदान में पांच घंटे किया प्रदर्शन, प्रबंधन के आश्वासन के बाद काम शुरू

कोरबा 7 मई। रोजगार दिए जाने की एक सूत्रीय मांग को लेकर एसईसीएल कुसमुंडा के भूविस्थापितों द्वारा लगातार आंदोलन किया जा रहा है लेकिन अब तक प्रबंधन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है जिससे उनमें गहरा आक्रोश है। प्रबंधन के अडिय़ल रवैये से नाराज भूविस्थापितों ने आज अपनी मांगों को लेकर भूविस्थापित रोजगार एकता संघ के बैनर तले एक बार फिर कुसमुंडा खदान को बंद करा दिया। जिससे कोयला उत्पादन एवं परिवहन पूरी तरह ठप रहा। विस्थापितों के आंदोलन को छत्तीसगढ़ किसान सभा का भी भरपूर समर्थन मिला।   

जानकारी के अनुसार भूविस्थापित आज सुबह 5 बजे के लगभग खदान के निकट इकट्ठे हुए और खदान के भीतर पहुंचकर कोयला उत्खनन एवं परिवहन के कार्यों को बाधित कर दिया। भूविस्थापितों को आंदोलन करीबन 5 घंटे तक चला। प्रबंधन को भूविस्थापितों द्वारा खदान बंद किये जाने की जानकार मिलने पर उसके वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और आंदोलनकारियों को समझाने का प्रयास किया। इस दौरान अधिकारियों व आंदोलनकारियों के बीच तीखी बहस भी हुई। बाद में प्रबंधन के इस आश्वासन के बाद एसईसीएल प्रबंधन, जिला प्रशासन व भूविस्थापितों के बीच त्रिपक्षीय वार्ता की जाएगी जिसमें उनकी मांगों पर विचार कर कोई हल निकाला जाएगा। प्रबंधन के आश्वासन के बाद आंदोलनकारी माने और खदान बंद हड़ताल को खत्म करने पर सहमत हुए लेकिन आंदोलनकारियों ने अपना धरना जारी रखा। इन पंक्तियों के लिखे जाने तक त्रिपक्षीय वार्ता शुरू नहीं हो सकी थी और भूविस्थापित अपनी मांगों को लेकर धरने पर डटे हुए हैं।

Spread the word