एतमानगर के रिंगनिया पहुंचा हाथियों का दल, दो मकान को किया ध्वस्त
कोरबा 27 मई। वनमंडल कटघोरा के केंदई रेंज में लंबे समय तक डेरा जमाकर उत्पात मचाने वाला 26 हाथियों का दल बीती रात लमना क्षेत्र से आगे बढ़कर कटमोरगा के रास्ते एतमानगर रेंज पहुंच गया। हाथियों ने यहां पहुंचते ही उत्पात मचाना शुरू कर दिया है और बीती रात रिंगनिया गांव में प्रवेश कर दो ग्रामीणों के मकान ध्वस्त कर दिया। हाथियों के अचानक क्षेत्र में आने व उत्पात मचाने से ग्रामीण दहशत में है।
हाथियों के रिंगनिया पहुंचने व मकान तोड़े जाने की सूचना मिलने पर वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी मौके पर पहुंचे और हाथियों द्वारा किये गए नुकसानी का आंकलन कर रिपोर्ट तैयार की। रेंजर शहादत खान ने बताया कि हाथी पीड़ित परिवार को वन विभाग क्षतिपूर्ति राशि प्रदान करेगा। प्रकरण बनाकर डीएफओ कटघोरा के समक्ष पेश किया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि क्षेत्र में हाथियों के आने से ग्रामीण भयभीत हैं लेकिन वन विभाग हाथियों को लेकर सतर्क है। विभागीय कर्मचारी हाथियों की सतत निगरानी करने के साथ ही रिंगनिया व आसपास के गांव में मुनादी कराई जा रही है। उधर कटघोरा वनमंडल के ही पसान रेंज में 23 हाथी अभी भी विचरणरत हैंं। इन हाथियों को आज सुबह जल्के के निकट जंगल में कक्ष क्रमांक 207-8 में विचरण करते हुए देखा गया। वन विभाग लगातार इन हाथियों की निगरानी कर रहा है। इधर कोरबा वनमंडल के कुदमुरा रेंज में भी धरमजयगढ़ से एक दंतैल की दस्तक हो गई है। दंतैल के पहुंचने से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। दंतैल ने फिलहाल कोई बड़ा नुकसान नहीं पहुंचाया है लेकिन इसके उत्पात की संभावना को देखते हुए वन विभाग सतर्क हो गया है। वन अमले द्वारा दंतैल की निगरानी करने के साथ ही गीतकुंवारी व आसपास के क्षेत्रों में मुनादी कराई जा रही है। वन विभाग ग्रामीणों को सतर्क करने के साथ ही यह कह रहा है कि गीतकुंवारी के निकट कुईबुड़ा जंगल में दंतैल हाथी घूम रहा है। अतः गांव के कोई भी व्यक्ति रात्रि के समय जंगल के रास्ते का उपयोग न करें।