काँग्रेस के करतला ब्लॉक अध्यक्ष राधेश्याम राठिया का आकस्मिक निधन..परिजनों में शोक की लहर
- बुखार होने पर परिजनों ने कराया था भर्ती, पांचवे दिन अस्पताल प्रबंधन ने किया था रेफर
- परिजनों ने बताया- कोरोना जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लिया सेंपल
कोरबा। गुरुवार की रात करीब 10 बजे न्यू कोरबा हॉस्पिटल (एनकेएच) से रेफर कांग्रेस नेता राधेश्याम राठिया की मेकाहारा अस्पताल ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई। बुखार होने पर परिजनों ने एनकेएच में भर्ती कराया था। अस्पताल प्रबंधन आईसीयू में रखकर इलाज कर रहा था। 5 वें दिन रायपुर के मेकाहारा अस्पताल रेफर किया गया। परिजनों ने बताया कि कोरोना जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सेंपल लिया है।
कोसाबाड़ी स्थित न्यू कोरबा हॉस्पिटल में कांग्रेस के करतला ब्लॉक अध्यक्ष व बोतली निवासी राधेश्याम राठिया (49) को तबियत बिगडऩे पर भर्ती कराया गया था। परिजनों ने बताया कि यहां के डॉक्टरों ने 5 दिनों तक आईसीयू में रखकर इलाज किया। लेकिन सेहत में कोई सुधार नहीं हुआ। गुरुवार की रात करीब 10 बजे एनकेएच हॉस्पिटल से रायपुर स्थित मेकाहारा अस्पताल रेफर किया गया। अस्पताल प्रबंधन के एंबुलेंस से हॉस्पिटल ले जाने निकले थे। लेकिन रास्ते में उन्होंने दम तोड़ दिया। वे जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 1 कोरबा से सदस्य का चुनाव लड़े थे। परिजनों ने यह भी बताया कि मेकाहारा के डॉक्टरों ने कोविड के लक्षण देखते हुए कोरोना जांच के लिए सेंपल लिया है।
अस्पताल से रेफर मरीज में कोरोना पॉजीटिव की हुई थी पुष्टि
यहाँ बताना होगा कि शहर के एनकेएच हॉस्पिटल से ही रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल रायपुर रेफर उरगा क्षेत्र के एक 60 वर्षीय ग्रामीण की 3 जुलाई को कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजीटिव आई थी। बुधवार को जब प्रशासन को इसकी जानकारी हुई तो जिले के स्वास्थ्य विभाग की टीम हरकत में आई। संपर्क में आने वाले व्यक्तियों की हिस्ट्री खंगाली। साथ ही एसडीएम सुनील नायक की टीम मौके पर पहुंचकर हॉस्पिटल को सेनेटाइज कराया था। कोरोना संक्रमित ग्रामीण बीमार होने पर 26 से 31 जुलाई तक न्यू कोरबा अस्पताल में ईलाज के लिए भर्ती था। इस दौरान 31 जुलाई को तबियत गंभीर होने पर उसे डॉक्टरों ने बेहतर ईलाज के लिए रायपुर के रामकृष्ण केयर अस्पताल रिफर किया था। कोरोना के लक्षण दिखने पर यहाँ के डॉक्टरों ने कोरोना जाँच कराया था, जिसकी रिपोर्ट पॉजीटिव मिली थी। 11 डॉक्टर समेत 50 से अधिक मेडिकल स्टॉफ होम क्वारेंटाइन पर भेजे गए है। हॉस्पिटल के तीसरे फ्लोर को सील कर दिया गया है।