November 24, 2024

मिली-भगत से मजदूरों को नहीं मिल रहा कमेटी: लक्ष्मा रेड्डी

कोरबा 24 अगस्त। कोयला कंपनियों में काम करने वाले ठेका मजदूरों को ठेकेदारों और अधिकारियों की मिलीभगत के कारण हाई पावर कमेटी के अनुसार तय वेतन नहीं मिल रहा है। कई बार बोनस भी नहीं दिया जाता। आने वाले समय में कोयला मजदूरों के अधिकारों व उनके हितों से जुड़े मुद्दों को लेकर आंदोलन किया जाएगा।

उक्त बातें भारतीय मजदूर संघ कोल क्षेत्र के राष्ट्रीय प्रभारी के लक्ष्मा रेड्डी ने गेवरा में मीडिया से चर्चा के दौरान कहीं। वे गेवरा रिक्रिएशन क्लब में आयोजित अखिल भारतीय कोयला मजदूर संगठन एबीकेएमएस के 104 वीं कार्यसमिति की बैठक में शामिल होने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि वे कोयला मजदूरों के लिए बेहतर वेतन समझौता के लिए प्रयास कर रहे हैं। वहीं केंद्र सरकार के अनुषांगिक संगठन होने के आरोपों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय मजदूर संघ स्वतंत्र मजदूर संगठन है, हम राजनीति से जुड़े नहीं है, जो मजदूरों के हित में हो वही काम करना हमारा लक्ष्य रहता है। बैठक में मुख्य रूप से सुधीर घूरड़े राष्ट्रीय महामंत्री, मजरूल हक अंसारी समन्वयक समिति सदस्य, राष्ट्रीय अध्यक्ष कोयला खदान मजदूर संगठन टिकेश्वर राठौर, बीएमएस के राष्ट्रीय पर्यावरण प्रभारी लक्ष्मण चंद्रा, जेबीसीसीआई सदस्य सुरेंद्र पांडे, प्रदेश महामंत्री उद्योग प्रभारी राधेश्याम जायसवाल, बीकेकेएमएस के अध्यक्ष अश्वनी मिश्रा, महामंत्री अशोक सूर्यवंशी, मनमीत सिंह, प्रीतम राठौड़, कुणाल सिंह व संगठन के संभागीय पदाधिकारियों की उपस्थिति रहीं।

कोयला खदान मजदूर संगठन की औद्योगिक इकाई की दो दिवसीय बैठक में संगठनात्मक विषयों पर चर्चा व आगामी कार्यक्रमों विषयों मुद्दों को लेकर श्रमिकों के हितों के लिए प्रबंधन और सरकार पर दबाव बनाने के उद्देश्य रहा। के लक्ष्मा रेड्डी ने कहा कि उनकी संगठन की स्थिति मजबूत है, क्योंकि मजदूरों को पता है कि उनके हक व हितों की रक्षा के लिए एकमात्र संगठन कोयला खदान मजदूर संघ ही करता रहा है। इसलिए उनका विश्वास है। राष्ट्रीय कोल प्रभारी लक्ष्मा रेड्डी ने उत्पादन के बढऩे व इसके विपरीत मजदूरों की घटती संख्या पर चिंता जाहिर की और कहा कि अभी जगह-जगह रिटायर होने वाले हर साल ज्यादा संख्या में है। इसके अपेक्षा भर्तियां कम हो रही हैं। इसके लिए बीएमएस सरकार पर दबाव बना रही है। जेबीसीसीआई को लेकर कहा कि प्रबंधन आगे बढ़कर जेबीसीसीआई के मुद्दों में सहयोग नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि मजदूरों को उनका सही हक मिलना चाहिए।

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