बालको ने बिजली संयंत्र की दक्षता बढ़ाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को अपनाया
बालकोनगर, 9 सितंबर 2022। वेदांता एल्यूमिनियम समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) अपने पावर प्लांट की दक्षता और विश्वसनीयता को बढ़ाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-आधारित ‘पल्स डेटा’ का इस्तेमाल कर रहा है। मशीन लर्निंग, एडवांस पैटर्न को पहचानने की आधुनिक तकनीक को अपनाया गया है जिससे पावर प्लांट की दक्षता में वृद्धि और उत्पादकता विश्लेषण में सुधार होगा। संयंत्र प्रचालन में ऐसे स्मार्ट ऑटोमेशन के एकीकरण से प्रत्यक्ष मैनुअल हस्तक्षेप को कम करने में मदद मिलेगी साथ ही कार्यक्षेत्र पर कार्यबल की सुरक्षा में सुधार होगा।
बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री अभिजीत पति ने तकनीकी महत्व के दृष्टिकोण पर कहा कि बालको प्रबंधन ने अपने प्रचालन में अत्याधुनिक स्मार्ट तकनीकों को स्थान दिया है। आधुनिक तकनीक हमारे प्रचालन की दक्षता, ऊर्जा के समुचित उपयोग, सुरक्षा, उत्पादन, उत्पादकता, गुणवत्ता और उत्कृष्टता की संस्कृति को बढ़ावा देने का काम करते हैं। व्यवसाय के उत्तरोत्तर विकास की दृष्टि से स्मार्ट तकनीकों का प्रयोग महत्वपूर्ण है जिससे हम संगठन को श्रेष्ठतम उचांई तक लेकर जा रहे हैं। बालको भारत के एल्यूमिनियम की जरूरतों को पूरा करता है और ‘आत्मनिर्भर राष्ट्र’ बनाने में मदद करता है। डिजिटल और तकनीकी से बिना मानवीय हस्तक्षेप के विश्लेषण और त्वरित निर्णयन में मदद मिलती है। उदाहरण के लिए-
सुरक्षा:- बालको के कर्मचारियों और भागीदारों के लिए सुरक्षा प्रशिक्षण बढ़ाने हेतु एक्सटेंडेड रिएलिटी (एक्सआर) अनुभव क्षेत्र बनाया गया है। सिम्यूलेशन आधारित प्रशिक्षण तकनीक में वर्चुअल रिएलिटी, ऑगमेंटेड रिएलिटी और मिक्स्ड रिएलिटी तकनीकों का मिश्रण है। इसकी मदद से प्रशिक्षण लेने वाले कर्मचारियों को वास्तविक रूप से कार्य क्षेत्र में उपस्थित हुए बिना ही उस कार्य क्षेत्र से संबंधित सुरक्षा के विभिन्न आयामों का प्रशिक्षण दिया जाता है। यह प्रक्रिया पूरी तरह से सुरक्षित होती है।
सिक्योरिटी:- बालको ने अत्याधुनिक सेंट्रलाइज्ड सिक्योरिटी ऑपरेशंस सेंटर (सी.एस.ओ.सी.) की स्थापना की है। सी.एस.ओ.सी के जरिए घटनाओं की छानबीन के लिए आधुनिक सिक्योरिटी एनालिटिक्स, कार्यस्थल पर तैनात सिक्योरिटी संसाधनों के बीच प्रभावी तालमेल और रणनीतिक सूचनाओं के एकत्रण को प्रभावी बनाया गया है।
तरल धातु परिवहन:- रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (आरएफआईडी) टैग का उपयोग कर मोबाइल ऐप के माध्यम से संयंत्र परिसर के अंदर तरल एल्यूमिनियम ले जाने वाले वाहनों की आवागमन को ट्रैक किया जाता है।
सेल्स ट्रैकिंग:- रोबोटिक प्रोसेस ऑटोमेशन (आरपीए) का विभिन्न बिक्री और विपणन गतिविधियों जैसे बिक्री और डिस्पैच ट्रैकिंग, विशिष्ट भंडारण स्पष्टता और आवंटन, हैंडओवर ट्रैकिंग आदि में लाभ उठाया जा रहा है। इस तकनीक से व्यवसाय की उत्पादकता और दक्षता में वृद्धि हुई है।
‘तकनीक प्रथम’ के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए बालको को कई प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त हुए हैं जिसमें प्रतिष्ठित ‘मैन्यु फैक्चरिंग टुडे-रीइन्वेंटिंग द फ्यूचर’ पुरस्कार शामिल है। इसी कार्यक्रम में कंपनी को टेक्नोलॉजी कैटेगरी में स्पेशल जूरी अवार्ड से सम्मानित भी किया गया। सुरक्षा डिजिटलीकरण पर अपनी ‘सुरक्षा संकल्प कुटुम्ब’ परियोजना के लिए 5वीं सी आई आई नेशनल सेफ्टी प्रैक्टिस कंपटीशन में ‘प्लैटिनम विजेता’ घोषित किया गया है।