July 7, 2024

ड्यूटी लगाने कर्मचारी से लेता था पैसा, सुपरवाइजर व गार्ड पर कार्रवाई किये जाने की मांग

कोरबा 23 सितम्बर। निजी सुरक्षा एजेंसी एसआईएस सिक्यूरिटी कंपनी का सुपरवाइजर व होमगार्ड शराब दुकान में ड्यूटी लगाने के लिए कर्मचारी से प्रतिमाह 1000 रुपए लेता था। जब कर्मचारी ने एक बार रूपए नहीं दिया तो उसे काम से हटा दिया जिससे उसके समक्ष रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई है।

पीडि़त कर्मचारी ने इसकी शिकायत जिलाधीश से करते हुए सुपरवाइजर व गार्ड पर कार्रवाई किये जाने की मांग की है। अपनी शिकायत में आईटीआई रामपुर बस्ती निवासी रंजीत साहू ने कहा है कि एसआईएस सिक्यूरिटी कंपनी में वह लगभग 3 वर्षों तक कार्य किया है। गत 10 सितंबर को प्रेम कुमार कुर्रे जो हेड गार्ड है पूर्व में काम लगाने पर 10 हजार रुपए लिया था इसके अतिरिक्त वह उससे प्रतिमाह सैलरी से एक हजार रुपए ले लेता था। इस माह वह हेड गार्ड को एक हजार रुपए नहीं दे पाया तो ड्यूटी में खामिया बताकर उसे कार्यमुक्त कर दिया। जब इसकी शिकायत कंपनी के सुपरवाइजर से की गई तो उन्होंने भी हेड गार्ड का साथ देते हुए पलड़ा झाड़ लिया कि काम तुम्हारा नहीं लगाया जाएगा अगर तुम प्रतिमाह कुर्रे को समय पर एक हजार रुपए नहीं दोगे। पैसा देने पर कार्य लगना फाइनल है।

शिकायतकर्ता ने यह भी आरोप लगाया है कि कार्य के दौरान रूपए देने में देरी हो जाती थी तो उसका अन्यत्र स्थानांतरण कर दिया जाता था ऐसा 9 माह में उसके साथ 5 बार हुआ जब पैसा देने में विलंब हो गया और उसका स्थानांतरण अलग.अलग स्थानों पर कर दिया गया। इस तरह कंपनी का सुपरवाइजर एवं हेड गार्ड काम लगाने के लिए प्रतिमाह रकम वसूल रहे हैं और कर्मचारियों का शोषण कर रहे हैं। कर्मचारियों से 8 घंटा की जगह 12 घंटा काम लिया जा रहा है बदले में वेतन मात्र 9 हजार रुपए प्रतिमाह दिया जा रहा है। उसने अंत में जिक्र किया है कि वह बेहद गरीब है तथा परिवार में 7 सदस्य हैं जिनके भरण.पोषण की जिम्मेदारी उस पर है। काम से निकाले जाने पर आर्थिक स्थिति बहुत दयनीय हो गई है। मांग है कि सिक्यूरिटी कंपनी के सुपरवाइजर व हेड गार्ड पर कार्रवाई करते हुए उसे पुन: बहाल कराया जाए।

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