November 21, 2024

नौकरी लगाने के नाम पर बेरोजगार युवाओं से ठगी, आरोपी गिरफ्तार

कोरबा 23 सितम्बर। एसईसीएल की ओपन कोल माइंस में नियोजित आउटसोर्सिंग कंपनी का हेड बताकर एक व्यक्ति ने बेरोजगार युवाओं से रकम की ठगी कर ली। इन्हें बकायदा आईडी दिया गया और काम पर भी बुलाया गया। इस दौरान खदान के आसपास बैठाकर रखा गया। जब धोखाधड़ी किए जाने का संदेह हुआ तो मानिकपुर चौकी में शिकायत हुई। इसके बाद पुलिस की जांच में कई बेरोजगार युवाओं से ठगी किए जाने का मामला सामने आया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर धारा 420 समेत विभिन्न धाराओं के तहत एफ आईआर दर्ज किया है।

मानिकपुर चौकी में शिकायत करने वाले हरदीबाजार क्षेत्र के भिलाईबाजार निवासी प्रार्थी दिनेश दास महंत ने दर्ज एफआईआर में दिए बयान में बताया है कि काम की तलाश के दौरान संजय नगर कोरबा निवासी प्रमोद राउत से मुलाकात हुई। जिसका कार्यालय बाइपास रोड मुड़ापार में कार्यालय है जिसे वह एमकेएस कंपनी का बताकर इसका अपने आपको हेड बताया। उक्त कंपनी एसईसीएल की मानिकपुर, कुसमुंडा, गेवरा, दीपका व बालको प्लांट में नियोजित होने की जानकारी देते हुए यहां पर सेंपलर व सुपरवाइजर के पदों पर 400 से 600 लोगों की भर्ती करने की बात कहकर झांसे में लिया और 30 हजार रुपए की ठगी कर ली। कंपनी का फर्जी आईडी कार्ड, जूता, यूनिफार्म देकर भरोसे में लिया गया। गुमराह करने काम पर भी बुलाकर खदान के आसपास बैठाकर रखा जाता था। ताकि किसी को ठगी का शिकार हो जाने का संदेह न हो। लेकिन कई दिनों बाद भी कार्यस्थल का पता नहीं चलने और ड्यूटी करते 2 माह गुजर जाने पर भी तनख्वाह नहीं मिलने पर ठगी का अहसास हुआ। जांच के बाद मानिकपुर पुलिस ने मामले में प्रमोद राउत के विरूद्ध धारा 419, 420, 467, 468, 471 भादवि के तहत एफआईआर पंजीबद्ध किया है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। वही आरोपी के गिरफ्तारी की खबर पर बड़ी संख्या में पहुंचे ठगी के शिकार हुए युवा, नौकरी लगाने के नाम पर ठगी करने वाले आरोपी प्रमोद राउत को शुक्रवार को पकड़ कर मानिकपुर चौकी लेकर आने की जानकारी जैसे ही ठगी के शिकार हुए युवाओं को हुई तो चौकी के बाहर इनकी भीड़ लग गई। इन युवाओं में आक्रोश साफ दिखाई दे रहा था। इनका कहना था कि उन्हें भी झांसे लेकर रुपए की ठगी की है।

एएसपी अभिषेक वर्मा ने मीडिया से चर्चा के दौरान बताया कि आरोपी प्रमोद राउत फर्जी नियुक्ति पत्र व आईडी कार्ड ठगी का शिकार युवाओं को दिया है। इसी वजह से नौकरी लग जाने की जानकारी बेरोजगार युवा दूसरे परिचित को बताते थे। इस तरह आरोपी ने कई युवाओं से ठगी की है। लेकिन इसकी संख्या अभी स्पष्ट नहीं हो पायी है। आरोपी के दफ्तर से ठगी करने प्रयुक्त लेपटॉप, कंप्यूटर समेत अन्य सामान को जब्त किया है।

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