रावण को मूल निवासियों का पूर्वज बताते हुए पुतला दहन रोकने के लिए सौंपा ज्ञापन: शंभू शक्ति सेना
कोरबा 28 सितम्बर। शंभू शक्ति सेना ने मंगलवार को राष्ट्रपति व राज्यपाल के नाम कलेक्टोरेट में ज्ञापन सौंपकर रावण का पुतला दहन रोकने की मांग की। शंभू शक्ति सेना का कहना है कि आदिवासी और मूल निवासियों के पूर्वज रावणए मेघनाथ और कुंभकरण के प्रति आस्था रखते हैं। इसलिए पुतला दहन पर पूर्णत: प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।
शंभू शक्ति सेना के प्रदेश सचिव संदीप पोर्ते, उमाशंकर मरपच्ची समेत पदाधिकारियों ने कहा की गोड़ महाराजा रावेन महाबली राजा महिषासुर हमारे पूर्वज हैं। मूलनिवासी समुदाय प्राचीन काल से आराध्य मानकर पेन शक्ति के रूप में अनेक क्षेत्रों में पूजा करते हैं। गोड़वाना के महाराजा रावेन को बुराई का प्रतीक मानकर पुतला दहन वह महाबली महिषासुर की प्रतिमा को दुर्गा प्रतिमा के साथ हिंसक रूप में प्रदर्शित करना भारतीय संविधान के अनुसार नहीं है। इस वजह से रावण दहन बंद करते हुए महिषासुर के प्रदर्शन पर भी रोक लगानी चाहिए। ताकि समाज की आस्था प्रभावित न हो।