गेवरारोड स्टेशन में 8 माह से बंद है यात्री ट्रेन
0 सुविधाओं की अनदेखी से भड़क रहा आक्रोश
कोरबा। एक ओर रेल प्रशासन कुसमुंडा में लदान व परिवहन की रफ्तार बढ़ाते हुए कोयला डिस्पैच के नए रिकार्ड कायम कर रहा है, तो दूसरी ओर कोयला उत्पादन में दिन-रात पसीना बहाने वाले कोलकर्मी बीते सात माह से ट्रेन विहीन हैं। गेवरारोड स्टेशन की पटरियों से सभी यात्री ट्रेनें बाहर कर दी गई हैं। मालगाड़ियों की रफ्तार लगातार बढ़ रही पर इसके फेर में यात्री सुविधाएं पूरी तरह से थम गई हैं। पहले जहां स्टेशन में दिन-भर में 12 एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनों की आवाजाही हुआ करती थी, वर्तमान में केवल मालगाड़ी ही दौड़ती नजर आती है।
कोरबा पश्चिम क्षेत्र के यात्रियों के लिए गेवरारोड स्टेशन ही रेल यात्रा की एकमात्र नजदीकी सुविधा है। डेढ़ लाख की आबादी वाले इस क्षेत्र के लोगों को बिलासपुर या रायगढ़ रूट पर सफर करना हो तो उनके लिए यहां से शुरू होने व समाप्त होने वाली यात्री ट्रेनों में सफर करना काफी फायदेमंद साबित होता है। क्षेत्र के लोगों को रेलवे प्रशासन उन्हें मिलने वाली सुविधा में 17 फरवरी से ही कटौती करनी शुरू कर दी थी, जिसे 13 मई से पूरी तरह छीन लिया है। पिछले सात माह से गेवरारोड स्टेशन में एक भी ट्रेन नहीं जा रही है। अब वहां के लोगों को अगर ट्रेन में सफर करना होता है, तो वे 12 किलोमीटर दूर स्थित कोरबा रेलवे स्टेशन स्वयं के साधन या ऑटो, बस से यहां पहुंचते तो हैं, लेकिन रात के समय अपना साधन नहीं होने पर वापस लौटने के लिए भटकना पड़ता है। गेवरा से तो ट्रेनों को बाहर कर दिया गया है, पर कोरबा स्टेशन से भी कोई यात्री ट्रेन समय पर नहीं चल रही है। इसके चलते कोरबा पश्चिम के यात्रियों को लगने लगा है कि कहीं उनके रेलवे स्टेशन को रेलवे प्रशासन द्वारा पूरी तरह बंद करने की मनमानी कहीं स्थायी समस्या न बन जाए।
धरना-प्रदर्शन बेअसर
रेल सुविधाएं बहाल कराने और यात्री ट्रेनों का परिचालन निर्बाध रखने के साथ उनकी लेटलतीफी दूर करने समय-समय पर विभिन्न सामाजिक व राजनीतिक संगठनों ने आवाज उठाई। धरना-प्रदर्शन हुए और तरह-तरह का रोचक विरोध प्रदर्शन भी किया गया। पर इन सब का कोई असर रेल प्रशासन पर होता नहीं दिख रहा।
पदयात्रा करेंगे कुसमुंडा क्षेत्र के व्यापारी
कुछ दिन पहले कुसमुंडा क्षेत्र के व्यापारियों ने गेवरा रोड रेलवे स्टेशन से यात्री ट्रेन शुरू करने की मांग को लेकर स्टेशन परिसर में साफ सफाई कर स्टेशन मास्टर को बिलासपुर डीआरएम के नाम ज्ञापन सौंपा था। इसी कड़ी में रविवार को फिर से गेवरा रोड स्टेशन परिसर में एक बैठक रखी गई। बैठक में यहां से यात्री ट्रेनों को शुरू करने के लिए पदयात्रा करने का निर्णय लिया गया। बैठक में मुख्य रूप से सचिव रवि बरेठ, गौतम ठाकुर, विनोद सिंह, महेश विश्वकर्मा, संजय अग्रवाल, कार्तिक राठौर, सुरेश श्रीवास, एमबी गोपी, श्याम प्रजापति, सन्नी जैन, भोला साव, सियाराम श्रीवास उपस्थित रहे।