न्यूनतम वेतनमान, नियमितीकरण सहित अन्य मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता करेंगी आंदोलन
14 को जिला स्तरीय आंदोलन की दी गई चेतावनी
कोरबा। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका न्यूनतम वेतनमान, नियमितीकरण व शासकीय कर्मचारी का दर्जा समेत अन्य मांगों को लेकर 14 दिसंबर को जिला स्तर पर आंदोलन करेंगी। आंदोलन की यह घोषणा अखिल भारतीय आंगनबाड़ी कर्मचारी महासंघ से संबद्ध आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ व भारतीय मजदूर संघ के पदाधिकारियों के साथ हुई बैठक में की गई।
बैठक में निर्णय लिया गया कि प्रदेश भर में कार्यकर्ता व सहायिकाओं को जो मानदेय मिल रहा है, उससे कहीं अधिक उनसे काम लिया जा रहा है। विभागीय काम के अलावा समय-समय पर प्रशासन के दिए जाने वाले कामों में भी उन्हें समाहित किया जाता है। इसके कारण उन्हें मानसिक रूप से परेशानी होती है। उन पर आर्थिक भार भी पड़ता है। बैठक में राज्य सरकार की कार्यप्रणाली के विरोध में 14 दिसंबर से जिला स्तर पर रैली, आमसभा व धरना प्रदर्शन किया जाएगा। उसके बाद सरकार के खिलाफ राज्यभर में आंदोलन छेड़ा जाएगा और 20 दिसंबर से राजधानी रायपुर में अनिश्चितकालीन आंदोलन करने का निर्णय लिया गया। बैठक में भारतीय मजदूर संघ की प्रदेश अध्यक्ष शोभा सिंहदेव, प्रदेश महामंत्री नरोत्तम धृतलहरे, क्षेत्रीय संगठन मंत्री धर्मदास शुक्ला, भामसं के उद्योग प्रभारी राधेश्याम जायसवाल, प्रदेश संगठन मंत्री योगेश दत्त मिश्र, आंगनबाड़ी की प्रदेश अध्यक्ष गुरमीत कौर, महामंत्री संतोषी राजवाड़े व संयुक्त महामंत्री अंजलि पटेल समेत बड़ी संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका उपस्थित थीं। बैठक में चर्चा के दौरान यह बात सामने आई कि अतिरिक्त मानदेय का भुगतान समय पर नहीं हो रहा है। आकस्मिक व्यय के लिए राशि का आवंटन समय पर नहीं हो रहा है। डीए बिल का भुगतान भी देरी से होता है। सुपोषण चौपाल की राशि का भुगतान अभी तक नहीं उन्हें मिल पाया है।