तत्कालीन कलेक्टर के फर्जी हस्ताक्षर से वन अधिकार पट्टा बनाकर बेचा
0 कलेक्टर ने पाली एसडीएम को जांच कर तत्काल एफआईआर दर्ज कराने दिए निर्देश
कोरबा। तत्कालीन कलेक्टर के फर्जी हस्ताक्षर से सैकड़ों ग्रामीणों से करोड़ों की ठगी किये जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि तत्कालीन कलेक्टर किरण कौशल, डीएफओ और सहायक आयुक्त आदिवासी विभाग के फर्जी हस्ताक्षर से सैकड़ों ग्रामीणों को फर्जी वन अधिकार पट्टा बनाकर 30 से 50 हजार रुपये में बेचा गया है। इस सनसनीखेज खुलासे के बाद अब कलेक्टर संजीव झा ने कटघोरा एसडीएम मनोज खांडे को जांच कर तत्काल एफआईआर कराने का निर्देश दिया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कोरबा में तत्कालीन कलेक्टर किरण कौशल के कार्यकाल में जिले में वन अधिकार पट्टा का वितरण किया गया था, लेकिन पट्टा वितरण के बाद पाली विकासखंड में एक गिरोह ने ग्रामीणों से मोटी रकम लेकर फर्जी तरीके से वन अधिकार पट्टा बना दिया। इस फर्जीवाड़े को अंजाम देने के लिए पूर्व कलेक्टर किरण कौशल सहित पूर्व डीएफओ और पूर्व सहायक आयुक्त के फर्जी हस्ताक्षर से वन अधिकार पट्टा बनाकर करोड़ों रुपये का वारा-न्यारा किया गया। इस फर्जीवाड़े में शामिल गिरोह के सदस्यों ने पाली क्षेत्र के 15 से 20 गांव में सैकड़ों ग्रामीणों का पट्टा तैयार किया है। पूछताछ में ये बात सामने आई है कि प्रति एकड़ भूमि के मुताबिक 30 से 50 हजार रुपये तक ग्रामीणों से फर्जी पट्टा बनाने के नाम पर गिरोह के सदस्यों ने पैसे वसूले हैं, जो कि करोड़ों में होने का अनुमान है।