July 4, 2024

त्रिपुरा रायफल्स के जवान कर रहे पशुओं पर अत्याचार


स्थानीय लोगों ने लगाया आरोप, पुलिस से की शिकायत

कोरबा।  कुसमुंडा खदान की सुरक्षा में तैनात त्रिपुरा स्टेट रायफल के कुछ जवानों ने बीते रविवार की शाम मुहल्ले के एक कुत्ते के बच्चे को पकड़ कर उसे मारने की कोशिश की। जिसे अन्य कुत्तों के रोने की आवाज सुनकर बचा लिया गया। पेट लवर रौनक पटेल ने बताया कि त्रिपुरा स्टेट रायफल के 3 जवानों के द्वारा मुहल्लो के कुत्तों को मारकर खाने की शिकायत मिल रही थी, लेकिन पर्याप्त सबूत नहीं होने की वजह से उन पर आरोप अथवा शिकायत नहीं किया जा सका था। इसी दौरान बीते रविवार को मोहल्ले के कुछ युवाओं ने देखा कि सामुदायिक भवन में रहने वाले त्रिपुरा के जवान एक कुत्ते के बच्चे को पकड़ कर बोर से निकलने वाले पानी के पाइप को कुत्ते के मुंह में डाल रहे हैं और उसके पेट को मार रहे हैं, जिसके बाद युवा ने अन्य लोगों को इसकी सूचना दी। कई लोग मौके पर पहुंचे और त्रिपुरा के जवानों से कुत्ते के बच्चे को मारने की वजह पूछने लगे। जिस पर त्रिपुरा के जवानों बदसलूकी करने पर उतर आए। वहीं क्षेत्र के पार्षद शाहिद कूजूर ने भी त्रिपुरा के जवानों पर आरोप लगाते हुए बताया कि त्रिपुरा के जवानों की लगातार यत मिल रही थी।  इनके द्वारा मुहल्लों में गंदगी- फैलाई जा रही है, साथ ही इनके आने के बाद से क्षेत्र में कुत्तों की संख्या में लगातार कमी की बात सामने आ रही थी। इसके अलावा पशुओं के मांस के छिलके इत्यादि को भी इधर-उधर फेंकने की वजह से उनकी बदबू से मोहल्ले वासियों का जीना मुहाल हो गया है। कॉलोनी के बीच बने सामुदायिक भवन को एसईसीएल प्रबंधन के द्वारा त्रिपुरा के जवानों को रहने के लिए सौंप दिया गया है। जिस वजह से सभी आयोजन रुक गए हैं। दूसरी ओर त्रिपुरा जवानों की मनमानी की वजह से लोग बेहद नाराज हैं। पशुओं के साथ क्रूरता की यह शिकायत बेहद निंदनीय है त्रिपुरा के जवानों की शिकायत लेकर लोग थाने पहुंचे हैं। वे जवानों पर कार्यवाही की मांग कर रहे हैं। अगर जवानों पर कार्यवाही नहीं की जाती तो सामुदायिक भवन में तालाबंदी करेंगे। इन्हें आदर्श नगर एवं विकास नगर के सामुदायिक भवनों पर इन्हे बड़ी संख्या में ठहराया गया है, ये क्षेत्रों के एक मात्र भवन है जहां कॉलोनीवासी अपने सभी पारिवारिक कार्यक्रम आयोजित करते थे परंतु प्रबंधन द्वारा कॉलोनी वासियों के हित को दरकिनार कर त्रिपुरा के जवानों को यहां रखा गया है। इनके आने के बाद से आदर्श नगर के साथ-साथ विकास नगर के क्षेत्रों में भी कुत्तों की संख्या में बड़ी कमी आई है। जिससे यह आशंका जताई जा रही है कि निश्चित रूप से यह कुत्तों को मार कर खाते होंगे। पूरे मामले पर त्रिपुरा स्टेट राइफल के एक अधिकारी से बात हुई। उन्होंने आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए बताया कि जवान कैंपस के अंदर एक कुत्ते के गंदे हो जाने की वजह से उसे पानी से धो रहे थे। उसी वक्त यह सभी युवा पहुंचे और विवाद करने लगे । कुत्तों को मारकर खाने वाली कोई बात नहीं है। फिलहाल यह जांच का विषय है देखना होगा कि मामले पर किस तरह की कार्रवाई होती है।

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