कामकाजी महिलाओं का हॉस्टल अब तक नहीं हुआ शुरू
कोरबा। फल उद्यान परिसर में जिला खनिज न्यास मद से 4.23 करोड़ की लागत से कामकाजी महिलाओं के हॉस्टल का निर्मााण किया गया है। जिला खनिज न्यास से निर्मित उद्यान को संचालित करने की जिम्मेदारी महिला एवं बाल विकास विभाग को दी गई है, लेकिन यह अब तक शुरू नहीं हुआ है।
दरअसल शाम होते ही यह क्षेत्र संवेदनशील हो जाता हैं। महिलाओं के लिए यह क्षेत्र असुरक्षित है। उद्यान के लिए बाउंड्रीवाल प्रस्तावित है, लेकिन राशि स्वीकृत नहीं होने के कारण हॉस्टल का उपयोग नहीं हो रहा। महाराणा प्रताप नगर से रविशंकर नगर की ओर जाने वाली मार्ग किनारे विकसित उद्यान में बेजा कब्जा हो गया है। यहां लगे झूले, जिम के सामान गायब हो चुके हैं। यही दशा हाउसिंग बोर्ड की अन्य कॉलोनियों की भी देखी जा सकती है। रामपुर, गोकुलनगर, खरमोरा आदि में हाउसिंग बोर्ड ने आवास निर्माण के दौरान उद्यान के लिए स्थल भी संरक्षित किए हैं लेकिन यहां एक भी पेड़-पौधा नहीं है। कॉलोनी विकास में पर्यावरण संरक्षण नियम का पालन नहीं हो रहा है।