देश में एमएसपी कानून होना चाहिए लागू : टिकैत
0 किसान सभा की विस्थापन पीड़ितों की संघर्ष सभा बोले किसान नेता
कोरबा। देश में एमएसपी कानून लागू होना चाहिए। किसान जो फसल पैदा करता है, वह उसे सस्ते में न बेचे। किसान को उसकी फसल की उचित कीमत मिलनी चाहिए। फसलों को एमएसपी के दायरे में लाना चाहिए। इसके लिए हमें हमारी जमीन बचानी होगी। जब जमीन बचेंगे तभी फसलों की लड़ाई लड़ सकते हैं। किसान की जमीन से अगर मंहगा धातु निकल रहा है तो इसमें किसान की क्या गलती। हमें विस्थापन और किसान विरोधी आंदोलन को और मजबूत करना होगा। सरकार किसी भी पार्टी की हो विस्थापित या किसान के खिलाफ गलत पॉलिसी लाती है तो हम उसका एकजुटता से विरोध करेंगे। सरकार को बात करनी चाहिए। समाधान बातचीत से ही निकल सकता है।
उक्त बातें बांकीमोंगरा क्षेत्र के गंगानगर गांव में छत्तीसगढ़ किसान सभा की ओर से आयोजित विस्थापन पीड़ितों की संघर्ष सभा में संयुक्त किसान मोर्चा के नेता राकेश टिकैत ने कही। किसान नेता टिकैत लगभग साढ़े 4 घंटे विलंब से सभा स्थल पहुंचे। उसके बाद भी उन्हें सुनने लोग उमड़े रहे। संघर्ष सभा को टिकैत के आलावा अखिल भारतीय किसान सभा के संयुक्त सचिव बादल सरोज, बीकेयू के महासचिव राजवीर सिंह जादौन, भूमि अधिकार आंदोलन से जुड़े छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन के संयोजक आलोक शुक्ला तथा छत्तीसगढ़ किसान सभा के सचिव ऋषि गुप्त, सीटू नेता वीएम मनोहर सहित कई स्थानीय नेताओं ने भी संबोधित किया। छग किसान सभा के जिला सचिव प्रशांत झा ने बताया कि पूरे जिले के भू-अधिग्रहण से प्रभावित ग्रामीण, रोजगार और पुनर्वास के लिए जूझ रहे भू-विस्थापित तथा वनाधिकार से वंचित आदिवासी इस संघर्ष सभा में हजारों की संख्या में शामिल हुए। सभा के जरिये सभी नेताओं ने खेती-किसानी, विस्थापन और भूमि से जुड़े मुद्दों पर साझा संघर्ष विकसित करने की जरूरत के संदेश को आम जनता तक पहुंचाने का काम किया। संयुक्त किसान मोर्चा ने देशव्यापी किसान आंदोलन फिर से शुरू करने की घोषणा की है।