नर्सों की मांग नहीं मानी गई तो मरीजों की बढ़ सकती है परेशानी
0 नर्सिंग स्टॉफ ने 15 फरवरी से सामूहिक अवकाश लेकर हड़ताल की दी है चेतावनी
कोरबा। नर्सिंग ऑफिसर एसोसिशन छत्तीसगढ़ के आह्वान पर जिले के नर्सिंग स्टॉफ ने भी मोर्चा खोल दिया है। दो दिन तक मेडिकल कॉलेज अस्पताल सह जिला अस्पताल में एक घंटे तक प्रदर्शन कर नारेबाजी की। मांगों को लेकर एक दिन पहले संघ ने मुख्यमंत्री के नाम प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर अवगत कराया था। 14 फरवरी तक मांग पूरी नहीं होने पर 15 फरवरी से नर्सिंग स्टॉफ ने सामूहिक अवकाश लेकर हड़ताल की चेतावनी दी है। अगर ऐसा हुआ तो मरीजों की परेशानी बढ़ना तय है।
संघ के प्रांतीय कार्यकर्ता वंदना एंथोनी ने बताया कि अन्य राज्यों की अपेक्षा प्रदेश के नर्सिंग स्टॉफ को ग्रेड पे कम दिया जा रहा है। इसके अलावा 1800 रुपये ड्रेस भत्ता, मेडिकल कॉलेज में नर्सिंग स्टाफ की खाली पदों पर भर्ती कर कमियों को दूर करने सहित चार सूत्रीय मांग शामिल हैं। इस संबंध में पहले भी कई बार मांग को लेकर शासन को अवगत कराया गया है, लेकिन मांगों को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई गई। इस कारण नर्सिंग स्टाफ में नाराजगी है। प्रदर्शन के दौरान एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष शांति कंवर, उपाध्यक्ष अमोला निधि, सचिव भारती मरकाम, उप सचिव स्मिता केरकेट्टा सहित अन्य मौजूद थे। संघ के एंथोनी ने बताया कि कोरबा मेडिकल कॉलेज में पहले की अपेक्षा मरीजों की संख्या बढ़ गई है। अस्पताल नर्सिंग स्टॉफ की कमी है। लगभग 40 मरीजों के पीछे एक नर्स सेवाएं दे रही हैं। ऐसी परिस्थिति में प्रबंधन की ओर से नए नर्सिंग स्टॉफ भर्ती करने की बजाय कोरोना महामारी के दौरान भर्ती किए गए कर्मचारी को हटाने का कार्य कर रही है। इससे अन्य नर्सिंग स्टॉफ में पर दबाव बढ़ गया है।