कलिंगा कंपनी प्रबंधन ने कहा, बेरोजगार भू-विस्थापितों को दो दिन में दिया जाएगा रोजगार
0 कंपनी में रोजगार की कर रहे हैं मांग
कोरबा। ऊर्जाधानी भू-विस्थापित किसान कल्याण संगठन ने बेरोजगार भू-विस्थापितों के रोजगार को लेकर 20 फरवरी को कलिंगा कंपनी के कार्य को बाधित करने का नोटिस दिया है। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एसईसीएल दीपका परियोजना के प्रबंधक ने बैठक ली।
बैठक में संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि लगभग 4 माह से एसईसीएल से अधिग्रहित क्षेत्र के बेरोजगार भू-विस्थापितों की सूची जमा की जा चुकी है, लेकिन अब तक कुछ एक बेरोजगार भू-विस्थापितों को रोजगार दे पाए हैं, जबकि बाहरी लोगों को रोजगार दिया जा रहा है। वास्तव में यह बेरोजगार भू-विस्थापितों के अधिकारों के साथ खिलवाड़ है। कंपनी में लगभग 327 दूसरे प्रांत के लोगों को रोजगार दिया गया है। इस पर एसईसीएल दीपका के अधिकारी व आउटसोर्सिंग केसीसी कलिंगा कंपनी के प्रबंधक ने कहा कि दो दिवस के भीतर बेरोजगार भू-विस्थापितों को ड्राइवरों का ट्रायल लेकर जल्द ही रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही हेल्पर मेकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, फिटर, सुपरवाइजर एवं अन्य कार्य के लिए बेरोजगार भू-विस्थापितों को आउटसोर्सिंग दूसरे कंपनियों में नियोजित किया जाएगा। संगठन के क्षेत्रीय अध्यक्ष बसंत कुमार कंवर ने कहा कि दो दिवस के भीतर बेरोजगार भू-विस्थापितों को प्राथमिकता के साथ रोजगार उपलब्ध नहीं कराया जाता है तो ऐसी स्थिति में आउटसोर्सिंग केसीसी कलिंगा कंपनी के मिट्टी व कोयले के कार्य में लगे वाहनों को पूरे दिन भर के लिए रोक दिया जाएगा। बैठक में विजय श्याम, संदीप कंवर, बसंत चंद्राकर, नरेंद्र प्रधान, माहीलाल यादव, गणेश यादव, प्यारेलाल, रामचंद, गणेश सिंह ऊईके, भानु यादव, धरम नेताम, प्रकाश कोर्राम, फूलेंद्र सिंह, दयाराम सोनी, ललित महिलांगे सहित अनेक बेरोजगार भू-विस्थापित उपस्थित थे।