November 7, 2024

कटघोरा के महेशपुर में मिला लिथियम का भंडार

भूगर्भीय सर्वेक्षण की टीम दो माह से जुटी है काम में
कोरबा। कोरबा में खनिज पदार्थ की भरमार है। यहां कोयले का अकूत भंडार है। अब लिथियम मिलने की भी खबर है। कीमती खनिज लिथियम के भंडार मिलने की पुष्टि हो रही है।
कटघोरा ब्लाक अंतर्गत नगर पालिका क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 7 महेशपुर में लिथियम खनिज का भंडार मिला है। यहां भूगर्भीय सर्वेक्षण की टीम लगभग 2 महीने से सर्वे के काम में जुटी हुई है। ग्राम महेशपुर के अलावा रामपुर और नवागांव में भी खुदाई के दौरान लिथियम पाए जाने के संकेत मिले हैं। महेशपुर में तालाब के निकट इसका काफी बड़ी मात्रा में भंडारण होना पाया गया है। दर्जन भर खेत में जमीन से लगभग 80 फीट नीचे लिथियम का भंडार मिला है। इसी तरह रामपुर जो कि जलाशय निर्माण के लिए चिन्हांकित है, यहां भी प्रचुर मात्रा में लिथियम पाए जाने के संकेत मिले हैं। रामपुर के निकट ही चकचकवा पहाड़ भी है जहां पूर्व में थोड़ा बहुत लिथियम मिला था। अभी जिस पैमाने पर लिथियम का भंडारण यहां पाया जा रहा है, उस आधार पर आने वाले दिनों में सर्वे का दायरा और बढ़ाया जा सकता है। इसकी जानकारी होने के साथ ही भूगर्भगीय सर्वेक्षण की और भी टीम मशीनों के साथ यहां बुला ली गई है। संबंधित अधिकारियों का दल महेशपुर पहुंच चुका है।  वार्ड क्रमांक 7 के पार्षद जय कंवर ने बताया कि महेशपुर में लिथियम मिलने की जानकारी उन्हें प्राप्त हुई है। उन्होंने अपने स्तर पर सर्वेक्षण कार्य से जुड़े अधिकारियों से चर्चा कर जानकारी ली है।
यह होता है लिथियम, किसमें होता है उपयोग
लिथियम एक रासायनिक तत्व है। साधारण परिस्थितियों में यह प्रकृति की सबसे हल्की धातु और सबसे कम घनत्व-वाला ठोस पदार्थ है। रासायनिक दृष्टि से यह क्षार धातु समूह का सदस्य है और अन्य क्षार धातुओं की तरह अत्यंत अभिक्रियाशील (रिएक्टिव) है, यानी अन्य पदार्थों के साथ तेज़ी से रासायनिक अभिक्रिया कर लेता है। इसे हवा में रखा जाये तो यह जल्दी ही वायु में मौजूद ऑक्सीजन से अभिक्रिया करने लगता है, जो इसके शीघ्र ही आग पकड़ लेने में प्रकट होता है। इस कारणवश इसे तेल में डुबोकर रखा जाता है। तेल से निकालकर इसे काटे जाने पर यह चमकीला होता है लेकिन जल्द ही पहले भूरा-सा बनकर चमक खो देता है और फिर काला होने लगता है। अपनी इस अधिक अभिक्रियाशीलता की वजह से यह प्रकृति में शुद्ध रूप में कभी नहीं मिलता बल्कि केवल अन्य तत्वों के साथ यौगिकों में ही पाया जाता है। अपने कम घनत्व के कारण लिथियम बहुत हल्का होता है और धातु होने के बावजूद इसे आसानी से चाकू से काटा जा सकता है। लिथियम की खोज सन 1817 मे जोहान अगस्त और आर्फवेडसन  ने की थी। लिथियम एक तरह का रेअर एलिमेंट है जिसका इस्तेमाल मोबाइल-लैपटॉप, इलेक्ट्रिक व्हीकल  समेत दूसरे चार्जेबल बैटरियों को बनाने में किया जाता है।

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