November 22, 2024

भारत स्काउट्स एवं गाइड्स ने विश्व चिंतन दिवस मनाया

कोरबा। भारत स्काउट्स एवं गाइड्स ने विश्व चिंतन दिवस तथा स्काउट आंदोलन के जन्मदाता लार्ड बेडेन पावेल व लेडी बेडेन पावेल की जयंती मनाई गई।
शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय साडा कोरबा में आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत स्काउट ध्वजारोहण के साथ हुई। मंचीय कार्यक्रम की अतिथि शाला प्रबंधन एवं विकास समिति की सदस्य गायत्री नायक ने कहा कि स्काउट जैसी गतिविधियां छात्रों, युवाओं को अनुशासन में रहकर आगे बढ़ने प्रेरित करती हैं। उन्होंने स्काउट मूवमेंट से गांवों की बालिकाओं को ज्यादा से ज्यादा जोड़ने की बात कही। एसएमडीसी के सदस्य एवं अधिवक्ता रजनीष निषाद ने कहा कि स्काउट गाइड नैतिक शिक्षा प्राप्त करने का अच्छा माध्यम है। विद्यालय के प्राचार्य रणधीर सिंह ने स्काउट्स गाइड्स से कहा कि वे इस साल की थीम हमारी दुनिया हमारा शांतिपूर्ण भविष्य के जरिए अपने और समाज के बीच अपनी बेहतर सहभागिता दे सकते हैं। जिला आयुक्त (गाइड) डा. फरहान अली ने कहा कि गणवेश का अपना महत्व होता है। इसे धारण के बाद व्यक्ति समाज के प्रति जवाबदारी से बंध जाता और अच्छा काम करने की प्रतिज्ञा लेता है। स्टेट कोऑर्डिनेटर एवं जिला मुख्य आयुक्त मोहम्मद सादिक शेख ने विश्व चिंतन दिवस के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। मंच पर प्रभारी प्राचार्य कामता जायसवाल, सहायक राज्य आयुक्त (गाइड) पुष्पा शांडिल्य, जिला सचिव भरत सिंह वर्मा, जिला संयुक्त सचिव रेखा रानी लाल, जिला प्रशिक्षण आयुक्त (गाइड) गनेशी सोनकर, जिला संगठन आयुक्त (गाइड) उत्तरा मानिकपुरी, कोरबा ब्लॉक सचिव एमएल यादव भी आसीन रहे। स्वागत उद्बोधन जिला सचिव श्री वर्मा ने दिया। आभार गनेशी सोनकर ने व्यक्त किया। संचालन पुष्पा शांडिल्य एवं सीनियर रेंजर अंजली तिवारी ने संयुक्त रूप से किया।

प्रमाण पत्रों का हुआ वितरण
कार्यक्रम के दौरान अंतरराष्ट्रीय जम्बूरी, 18 वीं राष्ट्रीय जम्बूरी तथा राज्य स्तरीय कब बुलबुल उत्सव के प्रतिभागियों को अतिथियों के हाथों प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। इस दौरान प्राथमिक शाला गढ़ कटरा, कंचादी, भटगांव के कब, बुलबुल, शासकीय कन्या उमावि, साडा एवं शा उमावि पीडब्ल्यूडी की गाइड्स तथा रेंजर्स ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में कब, बुलबुल, स्काउट्स, गाइड्स, रोवर्स, रेंजर्स एवं लीडर्स की भागीदारी हुई। गाइड्स ने स्काउट आंदोलन पर अपनी बात रखी।

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