हैवी ब्लास्टिंग कर घरों को पहुंचाया जा रहा नुकसान
0 गांव खाली कराने धमका रहे अफसर, एसपी से शिकायत
कोरबा। एसईसीएल प्रबंधन पर ग्रामीण लगातार आरोप लगा रहे हैं। इसकी शिकायत भी पुलिस प्रशासन तक पहुंच रही है। ऐसे ही एक मामले में खदान प्रभावित ग्राम पाली के ग्रामीणों ने कुसमुंडा प्रबंधन पर दबावपूर्वक घर की नापी, मकान खाली कराए जाने व हैवी ब्लास्टिंग कर घरों को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया है।
ग्रामीणों ने पुलिस अधीक्षक लिखे पत्र में कहा है कि वर्ष 2009-10 से भूमि खरीदी-बिक्री पर रोक लगा दी गई है। न तो आज तक उचित मुआवजा दिया गया और न हीं रोजगार व बसाहट मिला। खदान गांव के नजदीक पहुंच चुकी है। महज 15 मीटर की दूर पर जमीन पर 400 होल कर बारूद भर कर ब्लास्ट किया जा रहा है। इससे गांव में स्थित घरों में पत्थर गिर रहे हैं और घर की दीवारों में दरार आ रही है। घर गिरने का भय ग्रामीणों में बना रहता है। गांव के आनंद कुमार, दिलहरण सारथी, जितेंद्र कुमार, बलराम यादव, सीमा शुक्ला, प्रिया शुक्ला, शिवकुमारी महंत, विष्णु यादव, अहिल्या यादव, ममता यादव, कुमारी बाई, नंदगोपाल यादव समेत अन्य ग्रामीणों ने कहा कि इसका जब विरोध किया जाता है तो एसईसीएल के अधिकारी झूठा पुलिस केस दर्ज करा कर जेल भेजने की धमकी देते हैं। यहां पदस्थ जनरल मैनेजर व अन्य अधिकारी गांव में आकर घर खाली करने की धमकी देते हैं। इससे ग्रामीणों में भय व्याप्त है। उन्होंने कहा कि एसईसीएल प्रबंधन उचित मुआवजा, बसाहट व सभी सुविधाएं उपलब्ध कराए, तो सभी ग्रामीण गांव छोड़ने के लिए तैयार हैं। पत्र में कहा गया है कि ग्राम पाली में उत्खनन के लिए पर्यावरण स्वीकृति नहीं मिली है, फिर भी मनमाने तरीके से नियम विरूद्ध कार्य किया जा रहा है। खदान से उड़ने वाली धूल के कारण ग्रामवासी कोई भी फसल नहीं ले पा रहे हैं। उन्होंने उचित कार्रवाई करने की मांग की है।