गेवरा महाप्रबंधक कार्यालय का किसान सभा ने किया 2 घंटे तक घेराव
0 15 मार्च को खदान बंद करने की दी चेतावनी
कोरबा। छत्तीसगढ़ किसान सभा ने गेवरा क्षेत्र से प्रभावित भू-विस्थापितों की मांगों को लेकर एसईसीएल गेवरा महाप्रबंधक कार्यालय का दो घंटे तक घेराव किया। प्रदर्शन उपरांत महाप्रबंधक को ज्ञापन सौंपा गया। पुनर्वासित गांवों में बुनियादी सुविधाएं, नियमित रोजगार, बसाहट एवं परिसंपत्तियों का पूर्ण मुआवजा देने की मांग की गई।
छग किसान सभा के जिला सचिव प्रशांत झा ने कहा कि एसईसीएल की ओर से पूर्व में अधिग्रहित गेवरा क्षेत्र के घाटमुड़ा, बरेली, बिंझरा, कोसमंदा, जूनाडीह आदि गांवों के लोगों को अभी तक बुनियादी मानवीय सुविधाओं के साथ बसाहट नहीं दी गई है। न ही लंबित रोजगार प्रकरणों का निराकरण किया गया है। नरईबोध में रोजगार, बसाहट की समस्या का समाधान किये बिना गांव के जमीन पर खनन कार्य शुरू करने का विरोध किसान सभा ने किया है। जिलाध्यक्ष जवाहर सिंह कंवर ने कहा कि प्रभावित होने वाले छोटे-बड़े प्रत्येक खातेदारों को स्थाई नौकरी देने की मांग एसईसीएल प्रबंधन से की है। पुनर्वास गांव गंगानगर में तोड़े गये मकानों और शौचालयों की क्षतिपूर्ति मुआवजा तत्काल दिये जाने की भी मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि ग्रामीणों के पुनर्वास और रोजगार के सवाल पर प्रबंधन सकारात्मक पहल नहीं करती है तो 15 मार्च को गेवरा खदान बंदी किया जाएगा। इस दौरान रामायण सिंह कंवर, संजय यादव, पुरुषोत्तम, दामोदर, बसंत, उमेश, शिवदयाल, वीर सिंह, नरेंद्र राठौर सहित अन्य उपस्थित रहे।