रंगों के त्योहार की धूम, होलिका दहन के बाद खेलेंगे होली
0 लोगों में भारी उत्साह, रंगों से सराबोर रहेगा अंचल
कोरबा। रंगों के त्योहार की धूम शहर समेत उपनगरों में मंगलवार से ही दिखने लगी है। बाजार में जहां देखो, वहां रंग व गुलाल की दुकानें सजी हुई हैं। त्योहार की खुशियां मनाने के लिए लोगों की भीड़ बाजार में बढ़ गई है। लोग जरूरी सामग्री की खरीदारी करने बाजार में पहुंच रहे हैं। इसके कारण हर तरफ रंगोत्सव का माहौल बना हुआ है। मंगलवार को होलिका दहन के बाद बुधवार को रंगोत्सव मनाया जाएगा। शहर के हर मोहल्ले और कॉलोनियों से लेकर ग्रामीण क्षेत्र में दहन के लिए होलिका बनकर तैयार है। कहीं-कहीं होलिका को सजाया भी गया है, तो कहीं आयोजनों के माध्यम से सामूहिक रूप से उत्सव मनाने की तैयारी कर ली गई है। शहर के श्याम मित्र मंडल द्वारा श्याम मंदिर में रंग-गुलाल के साथ फूलों की होली खेलने का भी आयोजन की है।
ज्योतिष और भागवताचार्य के अनुसार 7 मार्च को सूर्यास्त के पूर्णिमा का प्रभाव 10 मिनट का मिल रहा है, इसलिए प्रदोष काल में ही मंगलवार शाम 6 से रात 8 बजे के बीच होलिका दहन करना उचित होगा। उन्होंने बताया कि दिशाओं के कारण देश के अलग-अलग राज्यों में होलिका दहन को लेकर अलग राय बन रही है। इससे अलग होलिका दहन फाल्गुन शुल्क की प्रदोष व्यापिनी पूर्णिमा को भद्रा रहित करना शास्त्रोक्त बताया गया है। 7 मार्च को प्रदोष काल में ही होलिका दहन करना चाहिए। होली त्योहार को लेकर बाजार में होली के सामान रंग, गुलाल, पिचकारी, टोपीया, गुब्बारे, नकली बाल सहित अन्य सामानों स्टॉल सजकर तैयार हो चुके हैं। नगर की दुकानों में रविवार को ग्राहकों की भीड़ के साथ बाजार में रौनक थी। सोमवार और मंगलवार को भी भीड़ बढ़ी रही। रंग गुलाल का पर्व होली हर्षोल्लास के साथ नगर सहित आसपास के गांवों में मनाई जाएगी। इसके लिए बच्चे सहित सभी वर्ग के लोग अपनी तैयारी में जुट गए हैं। इधर बाजार में होली से संबंधित सामानों से सजी दुकानों में ग्राहकों की भीड़ दिनभर देखने को मिली।
0 शराब दुकानों में मदिरा प्रेमियों का लगा रहा मजमा
होली के मद्देनजर कोरबा शहर की शराब दुकानों में जबरदस्त भीड़ देखने को मिली। शराब दुकानों के पट खुलने के साथ मदिराप्रेमी उमड़ पड़े और होली में पीने पिलाने के लिए पूरा स्टॉक जमा कर लिया। होली के दिन शराब दुकान बंद रहते हैं, ऐसे में रंगों के पर्व में किसी तरह की कमी न रह जाए इसके लिए पूरा ध्यान रखा जा रहा है। बदलते दौर के साथ ही होली का पर्व भी पूरी तरह से बदल गया है। पहले जहां लोग रंग गुलाल और मौज मस्ती को प्राथमिकता देते थे लेकिन अब इसका स्थान शराब ने ले लिया है। मौका हो होली का और बात न हो शराब की तो ऐसा हो ही नहीं सकता। होली के दिन शराब की कमी न हो इसका शराबियों ने पूरा ख्याल रखा। शराब दुकान के खुलने के साथ ही मदिरा प्रमियों की भीड़ जुट गई। पूरे दिन दुकान में शराबियों का मजमा लगा रहा। हर कोई अपने हिसाब से शराब का स्टॉक जुटाने में लगा रहा। होली के दिन पीने और पिलाने का दौर जमकर चलता है यही वजह है कि मदिरा प्रेमी भी शराब को लेकर कुछ ज्यादा की गंभीर नजर आए।