नवरात्र पर सर्वमंगला मंदिर में उमड़ रही श्रद्धालुओं की भीड़
0 आदिशक्ति मां दुर्गा की आराधना में डूबा नगर
कोरबा। आदिशक्ति मां दुर्गा की आराधना का विशेष पर्व चैत्र नवरात्र की शुरुआत 22 मार्च से हो चुकी है। पर्व को मनाए जाने को लेकर जिले के सभी शक्ति स्थलों में तैयारियां पूरी हो गई हैं। सर्वमंगला मंदिर समेत जिले के देवी मंदिरों में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ जुट रही है।
हसदेव नदी के तट पर मौजूद मां सर्वमंगला मंदिर कोरबावासियों के लिए आस्था का एक बड़ा केंद्र है। यहां सच्चे मन से मांगी गई हर मन्नत पूरी होती है। यही वजह है कि नवरात्र के दौरान यहां आस्था का जनसैलाब उमड़ रहा है। मां सर्वमंगला को जिले की पहली आराध्य देवी माना जाता है। साल के दोनों नवरात्र में मां सर्वमंगला की विशेष पूजा आराधना होती है। माता का यह मंदिर करीब 124 साल पुराना है, जिसे लेकर कोरबावासियों की आस्था काफी गहरी है। कोरबा के साथ ही पूरे प्रदेशवासी मां सर्वमंगला को काफी मानते हैं। यही वजह है कि नवरात्र के समय यहां श्रद्धालुओं की काफी भीड़ जुटती है। मंदिर परिसर में ही बरगद का विशाल पेड़ मौजूद है, जिसे करीब पांच सौ साल पुराना बताया जाता है। इसे मन्नतें पूरी करने वाला पेड़ माना जाता है। कहा जाता है कि पहले हसदेव नदी के तट के किनारे मौजूद इस बरगद के पेड़ के नीचे हाथी विश्राम किया करते थे। इस पेड़ की डालियों पर मोरों का बसेरा हुआ करता था। लोगों का मानना है कि इस पेड़ में रक्षासूत्र बांधकर जो भी मन्नत मांगी जाए वह अवश्य पूर्ण होती है, इसलिए दूर-दूर से श्रद्धालु अपनी मन्नत लेकर माता के दरबार पहुंचते है।
0 जलती है सर्व मनोकामना ज्योति
चैत्र नवरात्र के मद्देनजर यहां हजारों की संख्या में सर्व मनोकामना ज्योति कलश प्रज्ज्वलित की गई है। विदेशों से भी यहां मनोकामना ज्योति कलश जलवाए गए हैं। चैत्र नवरात्र की शुरुआत होते ही यहां भक्तों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई है। इस बार सबसे अधिक जोत सर्वमंगला मंदिर में जलाए गए हैं।