नन्हें बच्चे भी खुदा की इबादत में है मशगुल, रख रहे रोजा
कोरबा। शुक्रवार को माहे रमजान के 15 रोजे पूरे हो गए। इसके साथ ही माहे रमजान का आधा सफर भी पार हो गया। रमजान में रोजा रखने में बड़ों के साथ-साथ छोटे बच्चे भी पीछे नहीं है। बच्चे रोजा रखकर खुदा की इबादत में मशगुल हैं। रोजा रखने वालों में 6 वर्ष तक के बच्चे शामिल हैं। रोजेदार मोहम्मद अल्वीश खान व उसकी बड़ी बहन 8 वर्षीय आफिया बानो ने अपनी जिंदगी का पहला रोजा रखा। इबादत करने का पाक माह रमजान के रोजे रखने में बच्चे भी बड़ों को पीछे छोड़ रहे हैं। उनके वालिदों ने बताया कि सहरी का समय अल्वीश और आफिया दोनों तड़के 2.30 बजे ही दोनों उठ जाते हैं। पूरे परिवार वालों के साथ उन्होंने शहरी की सुबह 5 बजे से लेकर शाम को 6.15 बजे तक भूखे और प्यासे रहे। इसके अलावा शहर के पुरानी बस्ती, टीपी नगर, निहारिका, गेरवाघाट, मुड़ापार, मानिकपुर, कांशीनगर सहित उपनगरीय क्षेत्रों में बच्चे बड़ी संख्या में रोजे रख रहे हैं।