सदी में सात बार होने वाला संकर सूर्य ग्रहण 20 को
कोरबा। इस बार सदी में 224 में से सिर्फ 7 बार होने वाला संकर सूर्य ग्रहण आने वाला है। यह 20 अप्रैल को होगा। आगामी 20 अप्रैल की अमावस्या को चांद, सूरज पर हाइब्रिड सूर्य ग्रहण लगाने जा रहा है। आम ग्रहण की तरह यह केवल पूर्ण (टोटल सोलर इकलिप्स) या केवल वलयाकार एन्यूलर सोलर इकलिप्स नहीं होगा, बल्कि इस बार ये दोनों प्रकार के ग्रहण एक ही दिन में घटित होने जा रहे हैं। इसके आसपास के क्षेत्र में आंशिक सूर्य ग्रहण (पार्शियल सोलर इकलिप्स) होगा।
दुर्लभ माने जाने वाले इस ग्रहण के बारे में जानकार बताते हैं कि तीनों ग्रहण एक साथ दिखाई देने के कारण ही इसे हाइब्रिड सोलर इकलिप्स कहा जाता है। यह ग्रहण वैसे भारत में नहीं दिखेगा, लेकिन इसे पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया के अलावा दक्षिणी गोलार्ध में देखा जा सकता है। जब पृथ्वी की परिक्रमा करता चंद्रमा, सूर्य और पृथ्वी के बीच और एक रेखा में आ जाता है तो सूर्य ग्रहण होता है। इस दौरान चंद्रमा पृथ्वी के नजदीक होता है तो सूर्य को पूरी तरह ढंक लेता है और उस भाग में पूर्ण सूर्य ग्रहण दिखता है। यदि चंद्रमा दूर रहता है तो सूर्य एक कंगन के रूप में चमकता दिखता है, इसे वलयाकार सूर्य ग्रहण कहते हैं। अगर चंद्रमा न तो ज्यादा दूर हो और न ही बहुत पास तो हाइब्रिड सोलर इकलिप्स की स्थिति बनती है। एक रिसर्च के अनुसार इस दुर्लभ ग्रहण में पूर्ण या वलयाकार ग्रहण की स्थिति को दुनिया के सिर्फ लगभग 4 लाख से कुछ कम ही लोग देख पाएंगे।